आज का दिनः शनिवार 4 जून 2022, देवी त्रिपुरा के भक्तों के लिए ललिता पंचमी व्रत!

आज का दिनः शनिवार 4 जून 2022, देवी त्रिपुरा के भक्तों के लिए ललिता पंचमी व्रत!

प्रेषित समय :19:03:53 PM / Fri, Jun 3rd, 2022

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी  
* देवी त्रिपुरा के भक्तों को ललिता पंचमी व्रत करना चाहिए.
* देवी त्रिपुरा सुंदरी के भक्तों को प्रत्येक माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी का व्रत करना चाहिए
* ललिता पंचमी, देवी त्रिपुरा के आशीर्वाद के लिए उपवास और आराधना का प्रमुख दिन है.
* देवी ललिता को त्रिपुरा सुंदरी और षोडशी के रूप में भी जाना जाता है और यह दस महाविद्याओं में से एक हैं. 
* देवी षोडशी तीनों लोकों में सबसे सुंदर हैं, जो महाविद्या में देवी पार्वती का प्रतिनिधित्व करती हैं और जो तांत्रिक पार्वती के रूप में भी प्रसिद्ध हैं.
* देवी षोडशी को ललिता और राजराजेश्वरी के स्वरूप में भी जाना जाता है, जो रानियों की रानी- मातारानी हैं!

- आज का राशिफल -
मेष राशि:- सामाजिक वर्चस्व में वृद्धि होगी. मन में किसी बात को लेकर दुविधा है, उसी के कारण आप तनाव महसूस कर रहे है. उधार दिया पैसा आने में संदेह है. मित्र आप के कार्यों में साहयक होंगे. यात्रा सुखद होगी.

वृष राशि:- कार्यस्थल पर सहकर्मी आप की सफलता से इर्ष्या करेंगे. कार्यों में हो रही देरी से चिंतित होंगे. कारोबार में नई तकनिकी का प्रयोग लाभान्वित करेगा. बहनों से झगडा हो सकता है. धन आगमन में हो रही रुकावट दूर होगी.

मिथुन राशि:- धार्मिक माहौल में समय व्यतीत होगा. धनार्जन के नये स्त्रोत स्थापित होंगे. माता के स्वास्थ की चिंता रहेगी. पारिवारिक मांगलिक आयोजनों की रुपरेखा बनेगी. दोस्तों के साथ किसी जरूरी मसले पर चर्चा होगी.

कर्क राशि:- रुके कार्य और योजनाओं को क्रियाशील करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. बिमारी के कारण तनाव पैदा होगा. घबराएं नहीं अपने इष्ट पर भरोसा रखें. सब अनुकूल होगा. जीवनसाथी का साथ मिलेगा.

सिंह राशि:- नई योजनाओ में पूंजी निवेश सोच समझ कर करें. पुराने विवाद से युक्त जमीन जायदाद के मसले लंबित होंगे. शत्रु परास्त होंगे, नए संपर्क आपको ख्याती दिलवा सकते हैं. कारोबार विस्तार के योग हैं.

कन्या राशि:- नया काम शुरू करने से पहले अनुभवियों और बड़ों से मार्ग दर्शन व सलाह लें. पूंजी निवेश करने में सतर्क रहें. किसी की बातों में जल्द फंस जाते हैं, खुद को परिपक्व करें. अध्ययन के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है.

तुला राशि:- आप की आदतों के कारण आप ने अपनों से दुरिया बना ली है. समय रहते अपने स्वभाव और व्यवहार को बदल लें, तो अच्छा होगा. आर्थिक स्थिति में पहले से सुधार होगा. नए संपर्क स्थापित होंगे.

वृश्चिक राशि:- पारिवारिक लोगों से संबंध मधुर होंगे. कार्यस्थल पर किसी से आकर्षित होंगे. भाग्योदय संभव है. जो भी काम करें पुरे आत्मविश्वास के साथ और आनंद से करें. निश्चित सफल होंगे.

धनु राशि:- नए व्यापार की शुरुआत अनुकूल होगी. कान संबंधित पीड़ा हो सकती है. अनावश्यक विवादों में न बोलें नुकसान हो सकता है. नौकरी में बदलाव के योग है. राजनीति से जुड़े लोग मनचाही सफलता पा सकते हैं.

मकर राशि:- आर्थिक मामले सुलझने की उम्मीद है. जिन लोगों की आप ने मदद की थी वहीं आप का विरोध करेंगे. रूचि अनुसार काम मिलने से मन प्रसन्न रहेगा. सुख-सुविधा पर खर्च संभव है. मानसिक अस्थिरता रहेगी.

कुम्भ राशि:- वैचारिक मतभेद दूर होंगे. किसी को अपने मन की बात बताने का मौका मिलेगा. कारोबार में नये सोदे लाभप्रद रहेंगे. रुके कार्य पुरे होने में अभी समय लग सकता है. मांगलिक खर्च संभव है.

मीन राशि:- बीती बातों को भुलाकर अपने रिश्त्तों की नई शुरुआत करें. आप की उन्नती से विरोधी को तकलीफ हो सकती है. राजनीति के चलते शत्रु आप को नुकसान पहुंचाने का हर संभव प्रयास करेंगे.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 

*यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

 शनिवार का चौघडिय़ा 
दिन का चौघडिय़ा       रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल                  पहला- लाभ
दूसरा- शुभ                   दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग                 तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग                  चौथा- अमृ
पांचवां- चर                  पांचवां- चर
छठा- लाभ                    छठा- रोग
सातवां- अमृत            सातवां- काल
आठवां- काल             आठवां- लाभ

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग 
शनिवार, 4 जून 2022
शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते21
मास ज्येष्ठ
दिन काल13:52:35
तिथि पंचमी - 28:53:54 तक
नक्षत्र पुष्य - 21:55:24 तक
करण बव - 15:50:49 तक, बालव - 28:53:54 तक
पक्ष शुक्ल
योग घ्रुव - 28:19:11 तक
सूर्योदय 05:23:05
सूर्यास्त 19:15:40
चन्द्र राशि कर्क
चन्द्रोदय 09:07:00
चन्द्रास्त 23:21:00
ऋतु ग्रीष्म
अभिजित मुहूर्त 11:42 ए एम से 12:36 पी एम
अग्निवास आकाश - 04:52 ए एम, जून 05 तक, पाताल
दिशा शूल पूर्व
चन्द्र वास उत्तर
राहु वास पूर्व

 गरबा.... https://www.youtube.com/watch?v=3s3obXWtJq0

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

गंगा सप्तमी: घर की उत्तर दिशा में करें पूजन, मां गंगा करेंगी हर पाप का नाश

गणगौर पूजन: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र और तीज का महत्व

मास अनुसार देवपूजन

जानकी जयंती पर अभिषेक पूजन कर मांगेंगी पति की लंबी उम्र

Leave a Reply