इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए खूब खाएं खट्टे फल, दिमाग भी रहेगा हेल्दी

इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए खूब खाएं खट्टे फल, दिमाग भी रहेगा हेल्दी

प्रेषित समय :09:49:30 AM / Sun, Jun 5th, 2022

डॉक्टर्स  खट्टे फलों जैसे नींबू, संतरा, कीवी, मौसंबी, अंगूर, कीनू आदि को डाइट में भरपूर मात्रा में शामिल करने की सलाह देते आ रहे हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि खट्टे फल विटामिन सी का मुख्य स्रोत होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं. साथ ही खट्टे फलों को खाने से सेहत को कई तरह से लाभ होते हैं. यह स्किन को भी स्वस्थ रखते हैं. खट्टे फलों में शामिल संतरा, नींबू, मौसंबी, अंगूर, कीनू आदि एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिंस, न्यूट्रिएंट्स जैसे विटामिन सी, फाइबर, फोलेट और पोटैशियम आदि से भरपूर होते हैं. कई शोध में ये बात सामने आई है कि ये सभी न्यूट्रिएंट्स क्रोनिक कंडीशन जैसे कैंसर, हार्ट डिजीज, ब्रेन डिजीज, किडनी स्टोन आदि से बचाए रखने में मदद करते हैं. आइए जानते हैं, खट्टे फल सेहत को और क्या-क्या लाभ पहुंचाते हैं.

मस्तिष्क को रखते हैं हेल्दी- प्रिवेंशन डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, खट्टे फलों में फ्लेवोनॉएड्स भारी मात्रा में पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. फ्लेवोनॉएड्स मस्तिष्क को स्वस्थ रखते हैं. पार्किंसंस रोग, अल्जाइमर्स डिजीज, डिमेंशिया आदि के होने के जोखिम को भी कम करते हैं.

किडनी में स्टोन बनने से रोकें- पेशाब में खनिजों की सामान्य से अधिक कन्सेंट्रेशन होने से गुर्दे में पथरी या मिनरल क्रिस्टल के निर्माण का कारण बन सकती है. मिनरल क्रिस्टल बहुत दर्दनाक हो सकता है. यूरिनरी सिट्रेट के लेवल में कमी होने के कारण भी एक खास तरह का किडनी में स्टोन हो सकता है. एक स्टडी में यह कहा गया है, लोग बेहद कम मात्रा में खट्टे फलों का सेवन करते हैं, उनमें गुर्दे में पथरी होने की संभावना अधिक होती है. खट्टे फल यूरिन में सिट्रेट लेवल को बढ़ाते हैं, जो किडनी में पथरी होने की संभावनाओं को कम करते हैं.

वजन करते हैं कम- खट्टे फलों में चूंकि फाइबर की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में इनके नियमित रूप से सेवन से वजन कंट्रोल में रहता है. संतरा, अंगूर खाने से ब्लड शुगर स्थिर रहता है, जिससे आपका पेट देर तक भरा रहता है. जब आप सिट्रस फलों या खाद्य पदार्थों को प्रोटीन और हेल्दी फैट के साथ लेते हैं, तो पेट देर तक भरे होने का अहसास होता है. कोशिश करें कि इन फलों को काटकर खाएं ना कि जूस बनाकर पिएं. जूस बनाने से फाइबर की मात्रा कम हो जाती है.

खट्टे फल दिल के लिए होते हैं हेल्दी- यदि आप चाहते हैं कि आपका दिल लंबी उम्र तक हेल्दी बना रहे, तो खट्टे फलों को नियमित रूप से अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं. स्टडी के अनुसार, जिन लोगों की कोरोनरी बाइपास सर्जरी की गई, तो उन्होंने प्रतिदिन एक महीने के लिए संतरा या कोई भी ग्रेपफ्रूट का सेवन किया, जिसके बाद उनमें बैड कोलेस्ट्रॉल, ट्राईग्लिसेराइड्स काफी कम पाए गए. खट्टे फलों में कई तरह के कम्पाउंड्स जैसे सॉल्युबल फाइबर्स, फ्लेवोनॉएड्स होते हैं, जो हार्ट हेल्थ को दुरुस्त रखते हैं.

कैंसर से बचाए- खट्टे फल कई तरह के कैंसर होने के जोखिम को कम कर सकते हैं. खासकर, ये फल अन्य फलों की तुलना में डाइजेस्टिव ट्रैक्ट, मुंह के कैंसर, एसोफेगल कैंसर, पेट के कैंसर, कोलोन कैंसर आदि से बचाते हैं. विटामिन सी, कैरोटेनॉएड्स, फ्लेवोनॉएड्स जिन फलों और सब्जियों में मौजूद होते हैं, उनका सेवन ज़रूर करें, क्योंकि ये कैंसर से बचाव में मदद करते हैं.

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए- यदि आप प्रतिदिन खट्टे फल जैसे नींबू, संतरा, मौसंबी का सेवन करते हैं, तो इम्यूनिटी पावर मजबूत होती है. विटामिन सी की मात्रा बॉडी में सफेद रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करती हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता अपना काम सही तरीके से कर पाता है. सबसे अधिक विटामिन सी संतरे में होता है. यह एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो फ्री रैडिकल से होने वाले डीएनए को कई तरह के नुकसानों से बचाता है.

सर्दी-जुकाम से बचाए- चूंकि, खट्टे फलों में विटामिन सी की मात्रा सबसे अधिक होती है, जो सर्दी-जुकाम से बचाने में मदद करती है. कफ-कोल्ड होने पर सिट्रस फ्रूट्स खाने से ये जल्दी ठीक हो जाते हैं.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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