लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुनिया में मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. सीएम योगी ने शीर्ष अधिकारियों को केंद्र के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंकीपॉक्स के लक्षणों और उपचार के बारे में आम जनता को जागरूक करने का आदेश दिया है.
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी तक मंकीपॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन इसके खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने संबंधित विभाग से विदेश से लौटने वाले लोगों पर नजर रखने को कहा है.
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों को रैशेज वाले लोगों की निगरानी करने का निर्देश दिया, खासकर वे जो हाल ही में विदेश से लौटे हैं, जहां मंकीपॉक्स के मरीज पाए गए हैं या वे मरीज के संपर्क में आए हैं, मुख्यमंत्री ने कहा कि संदिग्ध लक्षणों वाले लोगों की खून की जांच करानी चाहिए.
राज्य के मेडिकल कॉलेजों में दस बेड के वार्ड स्थापित करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं ताकि मरीजों को तत्काल प्रभाव से भर्ती कर इलाज किया जा सके. स्वास्थ्य विभाग राज्य में पूरी निगरानी रख रहा है और मंकीपॉक्स के लक्षण और इलाज के लिए एडवाइजरी जारी की है. संदिग्ध मरीजों के सैंपल पुणे स्थित लैब में भेजे जाएंगे.
मंकीपॉक्स से हल्का संक्रमण होना बताया गया है. वायरस मुख्य रूप से श्वसन बूंदों के संपर्क में आने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, जो आंखों, मुंह और नाक में श्लेष्मा झिल्ली के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर जारी किया अलर्ट
अब मंकीपॉक्स का कहर: केंद्र सरकार का निर्देश विदेश से लौटे बीमार यात्री होंगे आइसोलेट
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