आज का दिनः शुक्रवार, 17 जून 2022, श्रीगणेश की शुभदृष्टि से नष्ट होते हैं कष्ट!

आज का दिनः शुक्रवार, 17 जून 2022, श्रीगणेश की शुभदृष्टि से नष्ट होते हैं कष्ट!

प्रेषित समय :20:09:48 PM / Thu, Jun 16th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* श्री गणेश की शुभ दृष्टि से समस्त कष्ट, नष्ट होते हैं और इसीलिए संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है.
* प्रतिमाह पूर्णिमा के पश्चात आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी पुकारते हैं. संकट से मुक्ति मिलने को ही संकष्टी कहते हैं.
* भगवान श्री गणेश के भक्त संकष्टी चतुर्थी के अवसर पर सूर्योदय से चन्द्रोदय तक उपवास रखते हैं. 
* धर्म धारणा है कि संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से सभी तरह के विघ्नों से मुक्ति मिल जाती है.
* श्रद्धालु संकष्टी चतुर्थी का कठोर व्रत करते हैं जिसमे केवल फलों, वनस्पति उत्पादों आदि का ही उपयोग किया जाता है. 
* श्रद्धालु चन्द्रमा के दर्शन करने के पश्चात व्रत खोलते हैं.
॥ श्री गणेश जी की आरती ॥
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥
एकदन्त दयावन्त,चार भुजाधारी.
माथे पर तिलक सोहे,मूसे की सवारी॥
पान चढ़े फूल चढ़े,और चढ़े मेवा.
लड्डुअन का भोग लगे,संत करें सेवा॥
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥
अँधे को आँख देत,कोढ़िन को काया.
बाँझन को पुत्र देत,निर्धन को माया॥
सूर श्याम शरण आए,सफल कीजे सेवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा.
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ 

-आज का राशिफल -
मेष राशि:- रचनात्मक कार्यों में सफलता प्राप्त होगी. संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी. स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा. किसी पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है. पठन-पाठन व लेखन इत्यादि के कार्य सफल रहेंगे. भावना में बहकर निर्णय न लें.

वृष राशि:- नया कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी. जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे. बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे. विरोध होगा. व्यस्तता के चलते थकान रह सकती है.

मिथुन राशि:- कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी. भेंट व उपहार देना पड़ सकता है. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा. पारिवारिक चिंता रहेगी. प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी.

कर्क राशि:- क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि हो सकती है. लेन-देन में जल्दबाजी न करें. नौकरी में कार्यभार रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. आय में वृद्धि हो सकती है, प्रयास करते रहें. कारोबार में अधिक ध्यान दे,

सिंह राशि:- सत्संग का लाभ प्राप्त हो सकता है. पूजा-पाठ में मन लगेगा. कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति लाभदायक रहेगी. घर-बाहर सभी तरफ सफलता प्राप्त होगी. विरोधी सक्रिय रहेंगे. बाहर जाने का कार्यक्रम बन सकता है.

कन्या राशि:- कार्यस्थल पर परिवर्तन व सुधार हो सकता है. योजना फलीभूत होगी. मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग कर पाएंगे. सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. नए कार्य मिलेंगे. पार्टनरों का सहयोग मिलेगा. नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे.

तुला राशि:- व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी. बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे. कामकाज में वृद्धि के योग हैं. घर-बाहर सभी तरफ प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. निवेश शुभ रहेगा. नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे.

वृश्चिक राशि:- फालतू खर्च अधिक हो सकता है. विवाद को बढ़ावा न दें. दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें. पुराना रोग उभर सकता है. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. नौकरी में कार्यभार रहेगा. जल्दबाजी न करें.

धनु राशि:- नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा. बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे. आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं. मान-सम्मान मिलेगा. नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है. घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा.

मकर राशि:- आत्मसम्मान बना रहेगा. भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी. पारिवारिक आवश्यकताओं पर व्यय होगा. नौकरी में चैन रहेगा. उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी. जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे. उत्साह बना रहेगा.

कुम्भ राशि:- पहले की गई मेहनत का फल प्राप्त होगा. रुके कार्य पूरे होंगे. लाभ में वृद्धि होगी. सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. प्रसन्नता बनी रहेगी. असहाय लोगों की मदद करने की प्रेरणा प्राप्त होगी. सभी तरफ से सफलता मिलेगी. जल्दबाजी न करें.

मीन राशि:- कोई बुरी सूचना मिल सकती है. नकारात्मकता रहेगी. वाणी पर नियंत्रण रखें. दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं. सावधान रहें. लेन-देन में सावधानी आवश्यक है. दूसरों के बहकावे में न आएं. सोच-समझकर निर्णय लें.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453   

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- शुक्रवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा      रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर                    पहला- रोग
दूसरा- लाभ                 दूसरा- काल
तीसरा- अमृत             तीसरा- लाभ
चौथा- काल                 चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ                पांचवां- शुभ
छठा- रोग                   छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग               सातवां- चर
आठवां- चर                 आठवां- रोग

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

पंचांग 
शुक्रवार, 17 जून 2022
कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी
शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते3
मास आषाढ
दिन काल13:57:50
तिथि तृतीया - 06:12:41 तक, चतुर्थी - 27:01:18 तक
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा - 09:56:33 तक
करण विष्टि - 06:12:41 तक, बव - 16:33:35 तक
पक्ष कृष्ण
योग एन्द्र - 17:17:32 तक
सूर्योदय 05:22:57
सूर्यास्त 19:20:47
चन्द्र राशि मकर
चन्द्रोदय 22:32:00
चन्द्रास्त 08:07:59
ऋतु ग्रीष्म
अभिजित मुहूर्त 11:44 ए एम से 12:38 पी एम
अग्निवास आकाश - 06:10 ए एम तक
पाताल - 02:59 ए एम, जून 18 तक ,पृथ्वी
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास दक्षिण
राहु वास दक्षिण-पूर्व

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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