मुंबई. महाराष्ट्र में सोमवार को चुनाव तो विधान परिषद की 10 सीटों के लिए था, लेकिन उससे मची हलचल ने उद्धव ठाकरे की सरकार को ही संकट में ला दिया है। भाजपा ने 134 वोट हासिल करते हुए 5 सीटें जीत ली हैं, जबकि उसके पास क्षमता सिर्फ 4 सदस्यों को ही जिताने की थी। यह जीत इसलिए भी बड़ी है क्योंकि राज्यसभा चुनाव में भाजपा को 123 वोट मिले थे और इस बार उसके मुकाबले 11 वोट अधिक हासिल किए हैं। यही नहीं चुनाव नतीजे आने से पहले से ही एकनाथ शिंदे समेत 13 विधायकों के संपर्क न होने से शिवसेना की मुश्किल और बढ़ गई है। उसके लिए चिंता की बात यह है कि कांग्रेस ने दो उम्मीदवार खड़े किए थे और उसका एक ही कैंडिडेट जीता। ऐसे में एक तरफ गठबंधन में असंतोष है तो वहीं शिवसेना खुद अपने ही विधायकों को साधने में मुश्किल का सामना कर रही है।
भले ही शिवसेना ने अपने दोनों उम्मीदवारों सचिन अहिर और आमश्या पाडवी को जिता लिया, लेकिन 13 विधायकों के लापता होने के चलते जश्न नहीं मना सकी। शिवसेना के विजयी उम्मीदवारों का जश्न मनाने के बजाय एक बैठक का आदेश दिया गया। मुंबई और आसपास के इलाकों के विधायकों की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक हुई। इस बैठक में शिवसेना के ज्यादातर विधायक मौजूद थे और दो बजे रात तक हालात को लेकर मंथन चलता रहा। यही नहीं मातोश्री में बैठक से पहले और बाद में भी एकनाथ शिंदे से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो सकी। इस बीच उद्धव ठाकरे ने 12 बजे दोपहर को मीटिंग बुलाई गई है। वहीं शरद पवार ने दिल्ली में मीटिंग बुलाई है, जिसमें कांग्रेस के भी सीनियर नेता मौजूद रहेंगे।
शिवसेना के 13 विधायकों के संपर्क में न होने से गठबंधन में भी हलचल है। देर रात को ही सुप्रिया सुले और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। एकनाथ शिंदे कहां हैं, यह जानकारी किसी को भी नहीं है। लेकिन उन्हें कॉल करने पर गुजराती भाषा में मोबाइल रिंगटोन सुनी जा रही है। इससे यह कयास लग रहे हैं कि वह गुजरात में ही हैं। इसके अलावा कुछ न्यूज चैनलों ने भी अपनी रिपोर्ट में एकनाथ शिंदे के गुजरात में होने की बात कही है। यह भी खबर है कि ला मेरिडियन होटल, जहां शिवसेना विधायक ठहरे हुए हैं, की सुरक्षा कल रात से कड़ी कर दी गई है।
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