मुंबई. उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री और शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे पर बागी तेवरों के चलते बड़ा ऐक्शन लिया गया है। शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को पार्टी के विधायक दल नेता पद से हटा दिया है। उनकी जगह मुंबई के शिवसेना विधायक अजय चौधरी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। एकनाथ शिंदे ने सरकार से बगावत कर दी है और अपने 25 समर्थक विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में डेरा जमा लिया है।
एकनाथ शिंदे पर शिवसेना ने बड़ा ऐक्शन लिया है। उन्हें राज्य विधानमंडल में शिवसेना के समूह नेता के पद से हटा दिया गया है। मुंबई के विधायक अजय चौधरी को यह भूमिका दी गई है। एकनाथ शिंदे सीएम उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाते थे लेकिन अचानक उनके बागी तेवरों से महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट गहरा गया है।
शिवसेना के ऐक्शन पर क्या बोले शिंदे- एकनाथ शिंदे ने पार्टी की ओर से की गई कार्रवाई पर उद्धव ठाकरे पर सत्ता के लिए हिंदुत्व से धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया, 'हम बालासाहेब ठाकरे के कट्टर शिवसैनिक हैं। बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व की सीख दी थी। हमने कभी इससे धोखा नहीं किया गया था और न ही कभी हिंदुत्व से गद्दारी करेंगे। हम बालासाहेब ठाकरे की सिखाई हुई बातों के साथ हैं।'
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार पर छाए संकट के बादलों पर शरद पवार ने किनारा कर दिया है। शरद पवार का महाराष्ट्र की राजनीतिक में बड़ा पद माना जाता है और उन्हें संकटमोचक भी कहा जाता है लेकिन इस बार उन्होंने इस संकट पर यह कहते हुए किनारा कर दिया कि यह शिवसेना का अंदरूनी मामला है, इसलिए वो ही इसे अपने स्तर से निपटाएंगे। हालांकि पवार ने कहा कि उद्धव सरकार पर कोई संकट नहीं है, यह सरकार आगे भी जाएगी और हम सरकार के साथ खड़े हैं।
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