योग व भारतीय संस्कृति पर ध्यान देने की जरूरत

योग व भारतीय संस्कृति पर ध्यान देने की जरूरत

प्रेषित समय :08:25:05 AM / Thu, Jun 23rd, 2022

नई दिल्ली. आल इंडिया ब्राह्मण फेडरेशन व इससे सम्बद्ध संगठन के प्रतिनिधियों ने देशभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग से सम्बद्ध विविध आयोजन किये व योगाभ्यास के आयोजनो में सक्रियता से भागीदारी की। फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप ज्योति ने कहा कि भारतीय सभ्यता व संस्कृति न केवल समृद्ध हैं बल्कि इसमें सुखी व सफल जीवन के समस्त मंत्र समाहित हैं। डॉ. ज्योति ने कहा कि योग, ध्यान, आयुर्वेद, ज्योतिष आदि भारतीय ज्ञान व परम्पराएं हमारे जीवन के संरक्षण व मार्गदर्शन का प्रभावी माध्यम हैं।

महामंत्री पंडित पदमप्रकाश शर्मा ने कहा कि देशभर से योग दिवस पर फेडरेशन व इससे सम्बद्ध संगठन के विभिन्न आयोजनों की सूचनाएं हैं। भारतीय ज्ञान व संस्कृति का अंतर्राष्ट्रीय मान्यता पुरातन काल से रही हैं और धर्म व अध्यात्म से परिपूर्ण हमारी परम्पराएं हमारे जीवन को सुखमय बनाती हैं। शर्मा ने कहा कि हमारे जीवन के मूल मंत्र हमारी संस्कृति में निहित हैं और संगठन के साहित्य में समय समय पर उपयोगी सूचनाओ का प्रसार होता हैं। इधर राजस्थान ब्राह्मण महासभा के प्रतिनिधियों ने भी प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में योग दिवस से सम्बद्ध विभिन्न आयोजनों में भाग लिया ।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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