लंदन. बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मैच के पहले दिन 7 विकेट खोकर 73 ओवरों में 338 रन बनाए। 1990 के बाद ऐसा पहली बार था, जब भारत की टीम ने इंग्लैंड में टेस्ट मैच के पहले दिन 330 से ज्यादा रन बनाए। इससे पहले ओवल में भारत ने 324 रन पहले दिन चार विकेट खोकर बनाए थे, लेकिन अब इस रिकॉर्ड को भारत ने तोड़ दिया है। इसके पीछे का प्रमुख कारण ऋषभ पंत थे।
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने चोट से जूझते हुए 111 गेंदों में 20 चौके और 4 छक्कों की मदद से 146 रन की पारी खेली। इस दौरान उनका स्ट्राइकरेट 131.53 का था। इसके अलावा रविंद्र जडेजा 163 गेंदों में 10 चौकों की मदद से 83 रन बनाकर नाबाद लौटे। इन्हीं दो बल्लेबाजों के दम पर भारत ने 330 रन का आंकड़ा पार किया, जो अपने आप में ऐतिहासिक है। इसके अलावा छठे विकेट के लिए पंत और जडेजा के बीच 222 रन की साझेदारी हुई, जो इंग्लैंड में भारत की छठे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है।
मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया. इंग्लिश गेंदबाजों ने उनके फैसले को सही साबित किया. ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल 17 और चेतेश्वर पुजारा 13 रन बनाकर जेम्स एंडरसन का शिकार हुए. इसके बाद 23 साल के युवा तेज गेंदबाज मैथ्यू पॉट्स ने हनुमा विहारी और विराट कोहली के विकेट लेकर भारतीय टीम को करारा झटका दिया. विहारी ने 20 और कोहली ने 11 रन बनाए. 5वें नंबर पर उतरे श्रेयस अय्यर ने 11 गेंद पर 15 रन बनाए और 3 चौके जड़े. लेकिन वे भी अपनी पारी को बड़ी नहीं कर सके. वे एंडरसन का तीसरा शिकार हुए.
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