ब्रश करते समय मसूड़ों में खून आना हो सकता है पीरियोडोंटाइटिस

ब्रश करते समय मसूड़ों में खून आना हो सकता है पीरियोडोंटाइटिस

प्रेषित समय :08:59:51 AM / Sat, Jul 16th, 2022

खराब आदतों के कारण दांत कम उम्र में ही खराब होने लगते हैं.पीरियोडोंटाइटिस मुंह के अंदर मसूड़ों से संबंधित वो गंभीर संक्रमण है, जो ना केवल मसूड़ों को नुकसान पहुंचाता है बल्कि सही उपचार ना मिलने पर दांतों से जुड़ी हुई हड्डी जो उन्हें सहारा देने का काम करती है, उसे भी पूरी तरह खराब कर सकता है. पीरियोडोंटाइटिस की समस्या लाइफस्टाइल की खराब आदतों और सामान्य साफ-सफाई ना रखने के कारण है, जिसे काफी हद तक उपचार से ठीक किया जा सकता है. डॉक्टर्स दांतों और मसूड़ों से संबंधित समस्याओं से बचने के लिए हर रोज कम से कम दो बार ब्रश, रोजाना फ्लॉसिंग और नियमित डेंटल चेकअप की सलाह देते हैं. हर दिन दांतों और मसूड़ों की ठीक प्रकार से देखभाल करने पर पीरियोडोंटाइटिस जैसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है.

पीरियोडोंटाइटिस के लक्षण

पीरियोडोंटाइटिस के सबसे आम और शुरुआती लक्षणों में मसूड़ों का रंग बदल कर गुलाबी से सांवला या बैंगनी हो सकता है

  • सूजे या फुले हुए मसूड़े
  • सूड़ों से खून आना, और ब्रश करते समय तेज दर्द होना
  • आपको अपनी सांसों से बदबू आना, जिसके कारण काफी शर्मिंदा होना पड़ सकता है
  • सारे दांतों के बीच खाली स्थान या जगह विकसित हो जाना, दांतों के बीच एक गैप दिखाई देना
  • छूने पर मसूड़े गिल गले और अजीब महसूस होना
  • दांतों का अधिक ढीला होना और बिना किसी वजह के टूटना
  • दांतो और जबड़े की जगह में बदलाव महसूस होना
  • जैसे जबड़े और दांत पीछे की तरफ खिसक गए हो
  • मसूड़े अपनी जगह से पीछे की तरफ खिसक जाना जिसके कारण आपके दांत भी अधिक लंबे महसूस हो सकते हैं.
  • मुंह में हर समय झनझनाहट या असहजता महसूस होना

पीरियोडोंटाइटिस के कारण 

  • खराब खान-पान और सही प्रकार से दांतों और मसूड़ों की सफाई ना करना.
  • धूम्रपान या तंबाकू चबाना.
  • विटामिन सी की कमी होना और डाइट में पोषक तत्वों की कमी.
  • ऐसी दवाइयों का सेवन करना जो मुँह या मसूड़े में को खराब कर सकती हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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