विटामिंस कई प्रकार के होते हैं जो शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं, उनमें से एक है विटामिन डी. विटामिन डी स्किन और हड्डियों के लिए बेहद जरूरी माना गया है. वैसे तो शरीर में इसकी पूर्ति सनलाइट द्वारा की जानी चाहिए लेकिन व्यस्त लाइफ के चलते लोग विटामिन डी टेबलेट के रूप में ले रहे हैं. विटामिन डी केवल हड्डियों की स्ट्रेंथ बढ़ाने में ही नहीं बल्कि कोविड-19 के खतरे को भी कम करने में मदद कर सकता है. जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है उन्हें इंफेक्शन होने का अधिक चांस होते हैं. इसके अलावा ये बॉडी के इम्यून सिस्टम को भी हेल्दी बनाता है और सांस संबंधी बीमारियों से बचाता है.
सनबाथ लें- विदेशों में सनबाथ लेने का काफी चलन है. सनबाथ स्पेशली विटामिन डी लेने के लिए की जाती है. बता दें कि इसे सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है. जब स्किन सनलाइट के संपर्क में आती है तब ये कोलेस्ट्रॉल से विटामिन डी बनाती है. सूरज की यूवी रेज स्किन सैल्स के द्वारा कोलेस्ट्रॉल से टकराती है और बॉडी में विटामिन डी बनने लगता है. विटामिन डी बॉडी की कई जरूरतों को पूरा करता है. हफ्ते में यदि एक बार भी सनबाथ की जाए तो विटामिन डी टेबलेट खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
डाइट में शामिल करें सीफूड
फैटी फिश और सीफूड विटामिन डी का सबसे बेहतरीन स्त्रोत माना जाता है. सीफूड कई तरह के होते हैं जिसमें अलग—अलग मात्रा में विटामिन डी मौजूद होता है. जैसे सैल्मन फिश में केवल 25 प्रतिशत ही विटामिन डी होता है. विटामिन डी और फाइबर के लिए फैटी फिश सबसे अधिक खाई जाती है. इसमें ओमेगा—3 फैटी एसिड भी भरपूर मात्रा में होता है.
एग योक और मशरूम- मशरूम विटामिन डी का एकमात्र वेजिटेरियन फूड आइटम है जिसमें काफी मात्रा में विटामिन डी होता है. मशरूम यूवी रेज के संपर्क में आकर खुद विटामिन डी बना सकती है. इसके
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