नवग्रहों की सभी 12 भावों में स्थिति का फल

नवग्रहों की सभी 12 भावों में स्थिति का फल

प्रेषित समय :21:14:35 PM / Sun, Jul 24th, 2022

सूर्य- सूर्य चंद्र राशि से 3,6,10 और 11 वें भाव में श्रेष्ठ फल प्रदान करता है. जबकि शेष भावों में सूर्य का फल ज्यादा अच्छा नहीं माना गया है.

चंद्र- चंद्रमा जन्मकालीन राशि से 1,3,6,7,10 और 11 वें भाव में शुभ फल देता है. वहीं चंद्रमा के 4,8 और 12 वें भाव में रहने से बुरे फल मिलते हैं.

मंगल- मंगल चंद्रराशि से 3,6,10 और 11 वें भाव में शुभ तथा 4,8 और 12 वें भाव में अशुभ फल देता है.

बुध- बुध ग्रह चंद्रराशि से 2,4,6,8,10 और 11 वें भाव में शुभ फल देता है, बाकी अन्य भावों में यह अशुभ फल प्रदान करता है.

गुरु- गुरु चंद्र राशि से 2,5,7,9 और 11 वें भाव में शुभ फल देता है. शेष भावों में अशुभ फल देता है.

शुक्र- शुक्र चंद्र राशि से 1,2,3,4,5,8,9,11 और 12 वें भाव में शुभ फल देता है. शेष भावों में अशुभ फल देता है.

शनि- शनि चंद्र राशि से 3,6,11 भाव में शुभ फल देता है. शेष भावों में अशुभ फल देता है.

राहु- राहु चंद्र राशि से 3,6,11 वें भाव में शुभ फल देता है. शेष भावों में अशुभ फल देता है.

केतु- केतु चंद्र राशि से 1,2,3,4,5,7,9, और 11 वें भाव में शुभ फल देता है. शेष भावों में अशुभ फल देता है.

ग्रहों से जुड़े यह सभी कारकत्व और विभिन्न भावों में उनके प्रभाव ग्रह गोचर की उपयोगिता के महत्व को दर्शाते है.

आचार्य कृष्णा मिश्रा 

Aacharya Krishna Mishra

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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