नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी ने संजय पुरोहित को वर्ष 2021 का ‘साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार’ (राजस्थानी) देने की घोषणा की है. संजय पुरोहित को ‘इंसाइड द हवेली’ के राजस्थानी अनुवाद ‘हेली रै मांय’ के लिए अनुवाद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. ‘इंसाइड द हवेली’ रमा मेहता का अंग्रेजी उपन्यास है.
साहित्य अकादेमी के सचिव डॉ. के श्रीनिवासराव ने बताया कि अनुवाद सम्मान के लिए संजय पुरोहित की पुस्तक ‘हेली रै मांय’ पुस्तक का चयन तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल ने एक तय चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए किया है. निर्णायक मंडल में डॉ. अजय कुमार जोशी, डॉ. धनंजय अमरावत और डॉ. लक्ष्मीकांत व्यास शामिल हैं.
डॉ. के श्रीनिवासराव ने बताया कि संबंधित भाषाओं में पुरस्कार उस वर्ष से तत्काल पहले के वर्ष के 5 वर्षों में (अर्थात् 1 जनवरी 2015 और 31 दिसंबर 2019 के मध्य) प्रकाशित पुस्तकों पर दिए गए हैं. संजय पुरोहित को पुरस्कार के रूप में एक ताम्रफल और 50 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी.
बता दें कि साहित्य अकादेमी ने एक माह पहले वर्ष 2021 के लिए अनुवाद पुरस्कारों की घोषणा की थी. 24 जून को साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में हुई कार्यकारी मंडल की बैठक में अनुवाद पुरस्कार के लिए 22 पुस्तकों की घोषणा की थी. उस समय राजस्थानी अनुवाद के लिए किसी पुस्तक का चयन नहीं किया गया था. हिंदी साहित्यकार राजमोहन झा की कहानी ‘आज कल परसों’ का सिंधी में ‘अजु-सुबहाने-परहीन’ नाम से तर्जुमा करने के लिए मीना रूपचंदाणी को सम्मानित किया जाएगा. भाषा सिंह के हिंदी में कथेतर ‘अदृश्य भारत’ का तेलुगु में अनुवाद करने के लिए के संजय को पुरस्कृत किया जाएगा.
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