मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मौजूदा CM एकनाथ शिंदे पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बगैर नाम लिए आरोप लगाए कि मुश्किल के दौर में विश्वासघात किया गया। साथ ही उन्होंने बगावत करने वाले विधायकों को 'सड़े हुए पत्ते' बताया है। हाल ही में दिए एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि आखिर शिवसेना में बार-बार बगालत क्यों होती रही है।
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' को दिए एक इंटरव्यू में ठाकरे ने कहा, 'सड़े हुए पत्ते झड़ रहे हैं। जिन्हें वृक्ष से सब कुछ मिला, सभी रस मिले इसीलिए वे तरोताजा थे। वे पत्ते वृक्ष से सारा कुछ लेने के बाद भी झड़कर गिर रहे हैं...।' उन्होंने कहा, 'पतझड़ से गिरे पत्तों को माली टोकरी में भरकर ले जाता है।' उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के दौरान हुई सियासी हलचल पर दुख जाहिर किया है।
ठाकरे ने ऑपरेशन के दौर को याद कर बताया कि तब वह अपने हाथ-पैर भी नहीं चला पा रहे थे। उन्होंने कहा, 'उस समय मेरे कानों तक खबर पहुंच रही थी कि मैं जल्द ठीक हो जाऊं, इसके लिए कुछ लोग अभिषेक कर रहे हैं तो कुछ लोग मैं इसी तरह रहूं, इस चाह में भगवान को हर तरह से मना रहे थे। भगवान को मनानेवाले वे लोग आज पार्टी डुबोने निकले हैं।' शिवसेना प्रमुख ने कहा, 'मैं पक्षप्रमुख, कुटुंब प्रमुख हूं, परंतु ऑपरेशन के बाद मैं हिल नहीं पा रहा था, उस दौरान उनकी हरकतें जोर-शोर से चल रही थीं। यह पीड़ादायी सत्य आजीवन मेरे साथ रहेगा।' 20 जून के बाद से ही महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई थी। खबरें आई थीं कि शिंदे कुछ विधायकों के साथ संपर्क से बाहर हो गए हैं।
साक्षात्कार के दौरान ठाकरे ने शिंदे का नाम लिए बगैर उनपर धोखा देने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा, 'जब मैंने आपको पार्टी संभालने की जिम्मेदारी दी थी, नंबर दो का पद दिया था। पार्टी संभालने के लिए पूरा विश्वास किया था, उस विश्वास का तुमने घात किया। मेरे अस्पताल में रहने के दौरान मेरी हलचल बंद थी। तब तुम्हारे हाल-चाल जोर में थे और वे भी पार्टी के विरोध में।' जुलाई की शुरुआत में ही शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई। उस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री का पद दिया गया। जबकि, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को उप मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि, अभी तक राज्य सरकार में मंत्रिपरिषद पर संशय खत्म नहीं हुआ है।
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