शनि ग्रह वैसे तो हमारी कुंडली में शनि को एक न्यायाधीश के रूप में पूजा जाता है.
शनि ग्रह वैसे भी न्याय के देवता है शनि उन जातकों को ज्यादा अच्छा मानते हैं. जो हमेशा सत्य का साथ देते हैं लेकिन इस कलयुग में सच भी ज्यादा देर तक लोगों को हजम नहीं होता तो झूठ भी बोलना पड़ता है.
शनि ग्रह कुंडली में जब तक परेशानी नहीं देता है जब तक शनि की महादशा या शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैया जातक पर नहीं आती .
शनि का प्रभाव जिनकी भी शनि की ढैया या शनि की महादशा शनि की साढ़ेसाती चल रही है या जिस जातक की निकल गई है वह लोग महसूस कर सकते हैं.
जिन लोगों को शनि की दशा अभी आया ही नहीं है तो वह लोग शायद महसूस नहीं कर सकते क्योंकि कहते हैं ना जिनको चोट लगती है दर्द उन्ही को होता है .
शनि ग्रह का दर्द भी कुछ इस तरह से है शनि जब आता है. चाहे दशाओं में हो या साढ़ेसाती में तो जातक को बहुत घमंड देता है और घमंड कब आता है. जब पैसा आता है
मतलब शनि अपनी दशाओं से आने से पहले ही किसी भी जातक को पैसों की बरसात कर देता है. और उसके साथ उसका घमंड आ जाता है . और जब किसी भी इंसान के पास दौलत आने लगती है तो उसका नशा भी बहुत ज्यादा हो जाता है.
लेकिन शनि पहले देता है और फिर उसको वापस ले लेता है.
जातक पर उसके बाद शनि धीरे-धीरे सबसे पहले घर पर अटैक करेगा घर की जितनी भी इलेक्ट्रॉनिक चीजें हैं .उनको खराब करना एक के बाद एक अगर आप देखेंगे तो वह खराब होती जाएंगे चाहे आपका एयर कंडीशन हो या आपका छत पर लगा हुआ पंखा.
कहने का मतलब बड़ी से बड़ी और छोटी से छोटी परेशानी शनि बिजली से संबंधित चीजों को खराब करना शुरू कर देता है.
उसके बाद घर पर कोई न कोई सदस्य बीमार अवश्य रहेगा जिस जातक पर शनि की दशा में शनि की महादशा शनि की साढ़ेसाती चल रही होगी उस जातक को पेट से संबंधित परेशानियां या हड्डियों से लेकर कोई ना कोई परेशानी जरूर देगा .
उसके बाद में शनि घर में दीमक लगना मकड़ी के जाले बनने और घर पर अनेक तरह के कीड़े मकोड़े होना .
लोहे का सामान पर जंग लगना शुरू कर देता है मतलब सबसे पहले अटैक घर पर करता है उसके बाद में स्वास्थ्य पर और धीरे-धीरे करके अपने लोगों से दूरियां बनवा देता है.
जिन लोगों पर शनि की दशा आई हुई होगी वह लोग देख सकते हैं उनके अपने ही रिश्तेदार या अपने ही भाई बंद जो उनके बहुत करीब थे आज वह लोग बहुत दूर हो चुके हैं.
जबकि कोई लड़ाई झगड़ा नहीं होता कोई क्लेश नहीं होता लेकिन स्वतः ही परिवार में से धीरे-धीरे करके लोग दूर दूर होना शुरू हो जाते हैं .
और यह उस जातक पर अकेला प्रभाव नहीं पड़ता उसके पूरे घर पर प्रभाव पड़ता है क्योंकि अगर एक इंसान पर शनि की दशा चल रही है तो उसका पूरा फल पूरा परिवार को भोगना पड़ता है.
यह बात सत्य है शनि की दशाओं में परेशानियां बहुत आती है लेकिन अगर शनि का अच्छे से आप पूजा-पाठ अनुष्ठान करें शनि का ज्यादातर दान होता है .
शनि का सरसों का तेल का दीपक पीपल के पेड़ के नीचे जलाया जाता है .
शनि के सबसे अच्छे उपाय कभी झूठ नहीं बोलना सच का साथ देना
मांस मदिरा का सेवन नहीं करना.
अगर आप गलत डायरेक्शन में है उस डायरेक्शन से दूर रहना मतलब आप किसी के साथ भी गलत व्यवहार ना करें
अगर आपने अपने आप को सही तौर तरीके से कर लिया और नियम से शनि का पूजा पाठ कर लिया तो आप शनि दोष से मुक्त हो जाएंगे.
और शनि देव जाते-जाते आपको बहुत कुछ देकर जाएगा क्योंकि शनि की दशा जब आती है तो उस टाइम भी बहुत कुछ देता है .
लेकिन शनि बीच में आपसे सब कुछ ले लेता है क्योंकि आपके घमंड का कारण शनि ही होता है.
क्योंकि शनि देखना चाहता है यह इंसान किस तरह से इस पैसे का इस रुतबे का इस्तेमाल करता है.
और जब जातक का घमंड शनि देव देखते है तो वह धीरे-धीरे करके सब कुछ ले लेता है.
यहां तक कि मैंने शनि की दशा में लोगों को घर से बेघर भी होते हुए देखा है और बहुत लोगों को जिनकी अपनी खुद की बहुत बड़ी फैक्ट्रियां थी दो-दो तीन-तीन चार-चार फैक्ट्रियां थी उन लोगों को बर्बाद होते हुए देखा है.
जिन लोगों की अपनी कोठियां थी उन लोगों को किराए के घरों में रहते हुए देखा है.
मेरा यह पोस्ट इस तरह से है क्योंकि मैंने प्रैक्टिकल बहुत लोगों के जीवन में यह सारी चीजें देखी है शनि की दशा में अच्छा भी होता है शनि की दशा में बुरा भी होता है. होता जरूर है यह हंड्रेड परसेंट है .
शनि देव आते हुए बहुत कुछ देता है .बीच में शनि बर्बाद करता है जाते हुए शनि फिर बहुत कुछ देता है.
जिन लोगों की शनि की दशा महादशा साढ़ेसाती चल रही हो या जिस पर भी इस तरह की परेशानियां आ रही हो वह लोग अपनी कुंडली का अच्छे से विश्लेषण करवा करके शनि के उपाय शनि की पूजा करवा सकते हैं.
और शनि की सारी परेशानियों से मुक्त हो सकते हैं.
शनि देव एक अच्छा और न्याय का देवता है जीवन में एक अच्छा सबक सिखा करके शनि ही जाता है. क्योंकि जीवन में सबके ही ग्रह बदलते हैं शनि की दशा हो या गुरु की दशा हो आती सब पर है .
एक बार जीवन में यह दशा सब पर आती है और दशा से ही दिशाएं बदल जाती हैं .
राजा से रंक बन जाते हैं और रंक से राजा बन जाते हैं इन्हीं दशाओं में बस शुरुआत कैसे करनी है .
बहुत से लोगों का जब भाग्य साथ नहीं देता तो वह लोग मंदिर से भी वापस आ जाते हैं . कुछ जरूरी काम याद आने पर और ज्योतिष के दरवाजे से भी वापस आ जाते हैं .
क्योंकि उनके भाग्य में अभी और परेशान होना लिखा है .
शक्ति उपासक---आचार्य पटवाल
Shakti-Upasak Acharya Patwal
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