डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 में क्या होता है अंतर? जान लीजिए

डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 में क्या होता है अंतर? जान लीजिए

प्रेषित समय :10:52:16 AM / Sat, Aug 6th, 2022

डायबिटीज के बारे में आपने काफी कुछ सुना होगा. क्या आप टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के अंतर को समझते हैं? इन दोनों के नाम सुनने में एक जैसे लगते हैं लेकिन यह दोनों अलग तरह की बीमारियां हैं. इन दोनों के कारण अलग-अलग होते हैं. आम भाषा में समझें तो टाइप 1 डायबिटीज ज्यादा खतरनाक होती है और कम उम्र के लोगों में इसका जोखिम ज्यादा होता है. आज आपको इन दोनों टाइप के डायबिटीज के बीच अंतर और कारणों के बारे में बताएंगे.

क्या होती है टाइप 1 डायबिटीज?
टाइप 1 डायबिटीज इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी के कारण होता है. हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम बाहर से आने वाले हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया से रक्षा करता है. जब ऑटोइम्यून रिएक्शन हमारे शरीर की ही स्वस्थ कोशिकाओं पर अटैक करना शुरू कर देता है, तो यह बीमारी हो जाती है. इस बीमारी के कारण शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है और इसकी वजह से हमारी कोशिकाओं में सही मात्रा में ग्लूकोज नहीं पहुंच पाता. कोशिकाओं तक ग्लूकोज पहुंचाने में इंसुलिन की अहम भूमिका होती है.

ग्लूकोज कोशिकाओं के लिए फ्यूल का काम करता है. जब ग्लूकोज कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाता तो इससे ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाता है और बॉडी फंक्शनिंग बुरी तरह प्रभावित होती है. कई बार कंडीशन गंभीर हो जाती है. खाने-पीने और लाइफस्टाइल में बदलाव की वजह से टाइप 1 डायबिटीज नहीं होती. अधिकतर मामलों में यह जेनेटिक कारणों की वजह से होती है. फिलहाल इस बात को लेकर रिसर्च चल रही है कि हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी क्यों होती है.

क्या होती है टाइप 2 डायबिटीज?
टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के शरीर में इंसुलिन तो बनता है, लेकिन रजिस्टेंस की वजह से वह सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता. ऐसी कंडीशन में ग्लूकोस ब्लड स्ट्रीम के अंदर जमा हो जाता है और यह बीमारियों की वजह बन जाता है. बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और अत्यधिक वजन की वजह से ऐसा हो सकता है. टाइप 2 डायबिटीज भी जेनेटिक कारणों की वजह से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर हो सकती है. यह लोगों की बॉडी फंक्शनिंग को बुरी तरह प्रभावित करती है और समस्याएं पैदा हो जाती हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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