चंबल नदी धौलपुर में खतरे के निशान से 10 मीटर ऊपर पहुंची, बाढ़ का खतरा, सेना तैनात

चंबल नदी धौलपुर में खतरे के निशान से 10 मीटर ऊपर पहुंची, बाढ़ का खतरा, सेना तैनात

प्रेषित समय :09:14:52 AM / Wed, Aug 24th, 2022

धौलपुर. राजस्थान और मध्यप्रदेश में लगातार हो रही मानसून की भारी बारिश के कारण चंबल नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. कोटा बैराज सहित अन्य बांधों से चंबल नदी में पानी छोड़े जाने के बाद धौलपुर जिले में चंबल नदी जबर्दस्त उफान पर आ गई है. पूर्वानुमान के अनुसार ही मंगलवार रात को चंबल नदी का जलस्तर 139.60 मीटर हो गया. यह खतरे के निशान से करीब 10 मीटर ऊपर पहुंच गया. इससे जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया. सुरक्षा की दृष्टि से सेना के 75 जवानों को राजाखेड़ा इलाके में चंबल नदी किनारे के गांव में तैनात कर दिया गया है. बाढ़ संभावित क्षेत्रों के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है.

धौलपुर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर ने बताया कि कोटा बैराज सहित अन्य बांधों पानी छोड़े जाने के बाद मंगलवार देर रात या फिर बुधवार सुबह तक धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर 141 मीटर के आसपास पहुंचने की आशंका है. इससे जिले के करीब 80 गांव प्रभावित होंगे और उनमें बाढ़ का खतरा है. इसे लेकर सेना की टुकड़ी तैनात की गई है. इसमें सेना 75 जवान शामिल हैं. उन्हें राजाखेड़ा इलाके में चंबल नदी के किनारे निचले इलाकों में बसे गांव में तैनात कर दिया गया है. वहीं प्रशासनिक अधिकारी, गिरदावर, पटवारी, ग्राम सचिव आदि को भी अलर्ट कर दिया गया है. इन सभी को लगातार निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.

अतिरिक्त जिला कलेक्टर तोमर ने बताया कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में 27 अगस्त तक अवकाश घोषित किया गया है. सिंचाई विभाग धौलपुर के सहायक अभियंता पपेन्द्र मीणा ने बताया कि मंगलवार को रात 8 बजे तक धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर बढ़कर 139.60 मीटर हो गया. उसके मंगलवार रात या फिर बुधवार सुबह तक 141 मीटर तक पहुंचने की आशंका है.

आपको बता दें कि धौलपुर में चंबल नदी के पुराने पुल की ऊंचाई 141.50 मीटर है. वहीं खतरे का निशान 130.79 मीटर पर है. चंबल नदी में लगातार आ रहा पानी पुल तक पहुंच गया है. उसके पुल के ऊपर पहुंचने के आसार हैं. इससे पहले मंगलवार को सुबह ही आसार जता दिये गये थे कि चंबल नदी का जलस्तर शाम तक 139 मीटर तक पहुंच सकता है. उसके बाद से प्रशासन लगातार जलस्तर में बढ़ोतरी की निगरानी में लगा हुआ था। चंबल नदी के किनारे गांवों से लोगों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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