पटना. बिहार की राजधानी में पटना में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) सुनील सिंह के कई ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है. बता दें कि सुनील सिंह आरजेडी के कोषाध्यक्ष हैं. बता दें कि सुनील सिंह आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं. वहीं कार्रवाई के खिलाफ सुनील सिंह धरने पर बैठ गए हैं. वहीं आरजेडी के राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद और पूर्व विधायक अबू दोजना के घर भी सीबीआई ने रेड डाला है. इसके अलावा बालू माफिया और लालू परिवार के करीबी सुभाष यादव के दानापुर आवास और राबड़ी देवी के निजी सचिव नागमणि यादव के यहां भी छापेमारी की गई है.
वहीं राजद एमएलसी सुनील सिंह ने अपने आवास पर सीबीआई छापे पर कहा कि यह जानबूझकर किया जा रहा है, इसका कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि वे (बीजेपी) यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि डर से विधायक उनके पक्ष में आएंगे.
दरअसल बिहार में दो केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई ने दो अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई की है. अवैध खनन और जॉब स्कैम मामलों में झारखंड और बिहार में 25 से ज्यादा लोकेशन पर रेड डाली गई है. दोनों एजेंसियों के करीब 80 अधिकारी इस छापेमारी में शामिल हैं.
क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला?
दरअसल आरजेडी नेताओं के यहां सीबीआई की छापोमारी का ये मामला नौकरी घोटाले से जुड़ा हुआ है. आरोप है कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे उस दौरान नौकरी के बदले में जमीन ती गई थी. सीबीआई ने इसी मामले में जांच के बाद पिछले दिनों लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा यादव, हेमा यादव और कुछ और लोगों पर केस दर्ज किया था, जिनको प्लॉट के बदले जॉब मिली थी.
इससे पहले मई में सीबीआई ने इस मामले में आरजेडी प्रमुख लालू यादव से जुड़े 17 ठिकानों पर छापा मारा था. ये छापेमारी लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर की गई थी. वहीं सीबीआई ने जुलाई में लालू यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को गिरफ्तार भी किया था. जानकारी के अनुसार भोला यादव 2004 से 2009 तक तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के ओएसडी थे. उसी समय रेलवे में नौकरी घोटाला हुआ था, जिसकी जांच सीबीआई के पास है.
Source : palpalindia
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