पाकिस्तानी कर्नल ने 30 हजार देकर भेजे थे आतंकी, भारतीय सेना की पोस्ट पर हमले का था आदेश

पाकिस्तानी कर्नल ने 30 हजार देकर भेजे थे आतंकी, भारतीय सेना की पोस्ट पर हमले का था आदेश

प्रेषित समय :08:58:53 AM / Thu, Aug 25th, 2022

कश्मीर. जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे इलाके में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आतंकियों की ओर से घुसपैठ की दो कोशिशों को नाकाम कर दिया है. घुसपैठ की ये कोशिशें पिछले 48 घंटे में जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में हुईं. इस दौरान एक आतंकी को जिंदा पकड़ा गया है जबकि दो अन्य आतंकी लैंडमाइन विस्फोट में मारे गए हैं. वहीं पकड़े गए आतंकी ने कबूला है कि उसे पाकिस्तानी सेना के एक कर्नल ने 30 हजार रुपये देकर भारत में सेना की पोस्ट पर हमला करने के लिए भेजा था.

जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर 21 अगस्त की सुबह-सुबह भारतीय सेना के जवानों को पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश का पता चला था. तीन आतंकी घुसपैठ करके भारत में आने का प्रयास कर रहे थे. इस पर जवानों ने मुस्तैदी दिखाते हुए तुरंत कार्रवाई की थी.

तीन में से एक आतंकी भारतीय चौकी के पास तक आ गया था. वह सीमा पर लगे कंटीले तार काटने की कोशिश कर रहा था. जब जवानों ने उसे ललकारा तो वह भागने का प्रयास करने लगा था. हालांकि गोलीबारी में वह घायल हो गया था. इस दौरान दो अन्य आतंकी मारे गये। वहीं घायल आतंकी को तुरंत पकड़ लिया गया था. उसे प्राथमिक इलाज दिया गया.

पकड़े गए आतंकी ने अपना नाम तबारक हुसैन बताया था. वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानि पीओके के कोटली जिले के सब्जकोट गांव का रहने वाला है. सेना ने जब उससे पूछताछ की तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया और बताया कि उसका प्लान भारतीय चौकी पर हमला करने का था.

आतंकी ने बताया कि उसे पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के कर्नल यूनुस चौधरी ने भारत पर हमले के लिए भेजा था. इसके लिए कर्नल ने उसे 30 हजार पाकिस्तानी रुपये दिए थे. उसने यह भी कबूला के उसने कुछ दूसरे आतंकियों के बाद पहले भी भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों पर हमले के लिए उनकी रेकी की थी. इन आतंकियों को 21 अगस्त को पाकिस्तानी कर्नल चौधरी की ओर से भारतीय चौकियों पर हमले का काम सौंपा गया था. तबारक हुसैन को इससे पहले भी 2016 में इसी जगह से गिरफ्तार किया गया था. वह उस दौरान अपने भाई हारून अली के साथ भारत में घुसपैठ कर रहा था. लेकिन उसे नवंबर 2017 में मानवीय आधार पर पाकिस्तान भेज दिया गया था.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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