नई दिल्ली. 2024 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को चुनौती कौन देगा? और चेहरा किसका होगा? इस सवाल पर यह एकता बनने से पहले ही बिखर जाती है। इस बीच, दिल्ली और पंजाब में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी ने अपने मुखिया अरविंद केजरीवाल को मोदी के खिलाफ सबसे मजबूत दावेदार बताया है। पार्टी ने अपनी ओर से इसका ऐलान भी कर दिया है और खुद अरविंद केजरीवाल 'मेक इंडिया नंबर वन' कैंपेन के जरिए मिशन 2024 की शुरुआत भी करने जा रहे हैं।
'आप' का मानना है कि अरविंद केजरीवाल की देशभर में स्वीकार्यता है और भाजपा को हराने में यह नई पार्टी ही सक्षम है। आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने केजरीवाल की दावेदारी पर दलीलें पेश करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पीएम मोदी की सबसे बड़ी संपत्ति बताया। उन्होंने कहा कि मोदी बनाम राहुल की लड़ाई जीतना बीजेपी के लिए बहुत आसान है। उन्होंने कहा कि बीजेपी एक इलेक्शन मशीन बन चुकी है, जिसे हराने के लिए नई तरह की राजनीति की आवश्यकता है और विपक्ष में जो खाली स्थान है उसे 'आप' और केजरीवाल ही भर सकते हैं।
राघव चड्ढा ने इस दौरान अरविंद केजरीवाल के समर्थन में कुछ दलीलों के साथ बताया कि क्यों अरविंद केजरीवाल ही मोदी को टक्कर दे सकते हैं। सांसद ने कहा, ''नम्बर1- आम आदमी पार्टी अब क्षेत्रीय दल नहीं है, हर लिहाज से अब यह राष्ट्रव्यापी ताकत है। सभी गैर कांग्रेसी विपक्षी दलों की क्षेत्रीय पहचान है। लेकिन आप के साथ कोई क्षेत्रीय पहचान नहीं जुड़ी है। नम्बर2, केजरीवाल की एक राष्ट्रीय पहचान है। यह पार्टी एक राष्ट्रीय मुद्दे पर हुए आंदोलन से निकली है। नम्बर3- आप के साथ कोई पिछला बोझ नहीं है। नम्बर5- आप चुनाव लड़ने के नए तरीकों को समझती है, बल्कि महारथ रखती है, जिसमें बीजेपी के अलावा और कोई विपक्षी दल सक्षम नहीं है। नम्बर5, आप शासन के पास वैकल्पिक शासन मॉडल है जो बीजेपी की घोर पूंजीवादी और विभाजनकारी शासन मॉडल का मुकाबला कर सकता है। नम्बर6, अरविंद केजरीवाल के पास आर्थिक प्रगति का मॉडल है जिसके जरिए आम आदमी की जीविका का खर्च कम होता है और उसके पास खर्च करने के लिए और प्रगति करने के लिए हाथ में पैसे बचते हैं।''
यह कहे जाने पर कि विपक्षी पार्टियां 'आप' पर कांग्रेस को कमजोर करने का आरोप लगाती हैं और कहती हैं कि इससे बीजेपी को ही फायदा हो रहा है, राघव चड्ढा ने कहा, ''यह कहना गलत है कि 'आप' कांग्रेस के खिलाफ ही लड़ रही है। दिल्ली में हमने बीजेपी के खिलाफ ही लड़ाई लड़ी। दिल्ली में कांग्रेस कोई ताकत नहीं है। हम जब किसी नए राज्य में जाते हैं तो कांग्रेस और बीजेपी सभी के वोट हासिल करते हैं। हालांकि, मैं मानता हूं कि टाइम आ गया है कि 'आप' कांग्रेस की जगह ले ले, देश की सबसे पुरानी पार्टी को अब रिटायर हो जाना चाहिए।''
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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