वॉशिंगटन. रूस-यूक्रेन युद्ध को 6 महीने से ज्यादा हो रहे हैं अब रूस ने ‘फिल्ट्रेशन ऑपरेशन’ शुरू कर दिया है. अमेरिका ने कहा है कि रूस पूर्वी यूक्रेन और पश्चिमी रूस में निस्पंदन केंद्रों का इस्तेमाल यूक्रनियों को हिरासत में लेने, पूछताछ करने और हजारों यूक्रेनियनों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने अपने दैनिक समाचार ब्रीफिंग के दौरान मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि “अमेरिका जानता है कि क्रेमलिन निस्पंदन कार्यों को यूक्रेन के क्षेत्रों को अपने नियंत्रण में करने के प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण मानता है और वह ऐसा कर भी रहा है.”
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत थॉमस-ग्रीनफील्ड ने मांग की कि रूस अपने निस्पंदन कार्यों को तुरंत रोक दे और संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र पर्यवेक्षकों और मानवाधिकार संगठनों को इन निस्पंदन स्थलों तक और उन लोगों तक पहुंचने की अनुमति दें, जिन्हे रूस में भेज दिया गया है.
विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि निस्पंदन एक अमानवीय शब्द है जो क्रेमलिन द्वारा उन यूक्रेनी नागरिकों को कैद करने, उन्हें गायब करने के लिए शुरू किए गए एक बड़े अभियान को बयां करता है. यह मॉस्को द्वारा तय किया गया है कि यूक्रेन पर नियंत्रण पाने के लिए यह उनके सफल अभियानों में से हो सकता है. उन्होंने कहा कि ‘रूस ने जानकारी एकत्र करने के लिए जिस रणनीति का इस्तेमाल किया है, वह आक्रामक है. मजबूर लोगों के लिए यह भय और दुख पैदा करता है.’
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