वाशिंगटन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान उन्हें शांति का पाठ पढ़ाया था। अमेरिका और फ्रांस सहित कई अन्य पश्चिमी देशों ने इसके लिए पीएम मोदी की खूब सराहना की। हालांकि, पुतिन ने रूस में सेना के मोबिलाइजेशन का आदेश दिया है। इसके साथ ही पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा है कि हमारी बात को हल्के में न लें।
पुतिन ने कहा कि हम रूस की रक्षा के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। पुतिन के तेवर को देखते हुए व्हाइट हाउस ने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा है कि वह रूस को यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने की उनकी सलाह को अमल में लाने के लिए कहें। आपको बता दें कि समकरंद में पुतिन के साथ मुकालात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'अब युद्ध का युग नहीं है। आप अपने पड़ोसी देश को बलपूर्वक नहीं जीत सकते हैं।' अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने पिछले हफ्ते एससीओ शिखर सम्मेलन में पुतिन के लिए मोदी की टिप्पणी को सिद्धांत आधारित बयान करार देते हुए इसका स्वागत किया था।
पीएम मोदी की प्रशंसा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी की थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का यह कहना काफी सही है कि अब युद्ध का समय नहीं है। फ्रांस और अमेरिका दोनों ही इस मुद्दे पर भारत के स्टैंड का स्वागत किया। आपको बता दें कि पीएम मोदी इस साल संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करने नहीं जा रहे हैं। हालांकि, विदेश मंत्री एस. जयशंकर पश्चिमी देशों के विदेश मंत्रियों के साथ एक बैठक में जरूर शामिल होंगे।
व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा, 'जो लोग रूस के खिलाफ इस तरह के बयानों को बढ़ावा दे रहे हैं, उन्हें यह याद रखना चाहिए कि रूस के पास भी नाटो देशों से निपटने के लिए सभी जरूरी चीजें मौजूद हैं। हमारे देश की एकता और अखंडता पर जब भी कोई खतरा पैदा होगा तो फिर हम अपनी पूरी शक्ति का इस्तेमाल करेंगे।' पुतिन ने कहा कि हमारी इस चेतावनी को किसी को भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस बीच बुधवार से ही पुतिन ने मिलिट्री मोबिलाइजेनश का आदेश दे दिया है। इसके तहत उन नागरिकों को तैयार किया जाएगा, जिन्होंने कभी सैन्य प्रशिक्षण लिया है।
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