बीजेपी अपने दम पर 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। अमित शाह ने बिहार में सीएम फेस को लेकर भी स्थिति साफ की। किशनगंज में बीजेपी की बैठक में उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि अब एनडीए में नीतीश कुमार की वापसी के लिए कोई जगह नहीं है। बीजेपी का एकमात्र उद्देश्य 2025 के विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्ण बहुमत हासिल करना है। अमित शाह ने किशनगंज में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक ली। इसमें स्थानीय सांसद, विधायक और विधान पार्षद समेत अन्य नेता मौजूद रहे। बैठक में शाह ने कहा कि नीतीश के विश्वासघात पर काबू पाने का एकमात्र उपाय ये है कि बीजेपी आगामी चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करे। अगर हम 2024 में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो हमें 2025 के विधानसभा चुनाव में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।
शाह ने स्पष्ट किया कि बिहार में पूर्ण बहुमत हासिल करना बीजेपी के लिए चुनौती से भरा काम है। मगर समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इसके लिए हमें राज्य में 72 हजार से ज्यादा बूथों पर संगठन को मजबूत करना होगा। साथ ही सभी सांसदों और विधायकों को सूबे की सभी 243 विधानसभा सीटों को टारगेट करना होगा। गृह मंत्री ने बीजेपी नेताओं को सलाह दी कि वे नियमित रूप से बैठकें आयोजित करें और हर दो महीने में एक बड़ी बैठक करें। बारीकी से जाति और सामाजिक समीकरणों को लक्षित करें और हर विधायक-सांसद को कम से कम एक अतिरिक्त विधानसभा सीट पर काम करे।
अमित शाह ने बीजेपी नेताओं से बैठक के बाद शुक्रवार रात किशनगंज में मीडियाकर्मियों से अनौपचारिक बातचीत की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद बिहार में अपने मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेगी। अभी हमारा फोकस 2024 के लोकसभा चुनाव पर है और इस चुनाव के तुरंत बाद हम सीएम फेस का ऐलान कर देंगे और फिर उसके दम पर ही चुनाव लड़ेंगे। शाह ने कहा कि नीतीश-लालू दोनों ही बिहार को गुमराह कर रहे हैं। नीतीश कुमार प्रधानमंत्री की रेस में कहीं नहीं हैं। नीतीश-लालू दोनों अब बूढ़े हो चुके हैं। अगर विपक्ष की ओर से कोई पीएम उम्मीदवार है, तो वह सिर्फ राहुल गांधी होंगे। बीजेपी बिहार में 32 लोकसभा सीटों से कम नहीं जीतेगी।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान अमित शाह ने कहा कि सीमांचल को केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर कोई बातचीत नहीं हुई है। सीमांचल बिहार का हिस्सा है और बिहार में रहेगा। सभी की रक्षा की जाएगी। किसी को भी किसी भी तरह से असुरक्षित महसूस करने की जरूरत नहीं है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
Leave a Reply