पल-पल इंडिया. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अघोषितरूप से गांधी परिवार की पसंद के कांग्रेस अध्यक्ष उम्मीदवार हैं और उन्हें इसीलिए सबसे बेहतर उम्मीदवार माना जा रहा है कि- अशोक गहलोत, राहुल गांधी के लिए वैसी ही सियासी भूमिका सफलतापूर्वक निभा सकते हैं, जैसी भूमिका अमित शाह, नरेंद्र मोदी के लिए निभाते रहे हैं?
राजस्थान के ताजा सियासी घटनाक्रम के बाद भी अशोक गहलोत का ही नाम सबसे आगे है, लेकिन ताजा, एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम भी सियासी चर्चाओं में आ गया है, अलबत्ता यह साफ है कि अशोक गहलोत और दिग्विजय सिंह, दोनों ही नामांकन पत्र तभी दाखिल करेंगे, जब गांधी परिवार की स्वीकृति मिलेगी!
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वैसे तो अशोक गहलोत और दिग्विजय सिंह, दोनों ही गांधी परिवार के करीबी और विश्वसनीय हैं, लेकिन कुछ बातों में दोनों में जमीन-आसमान का फर्क है, यही वजह है कि अशोक गहलोत गांधी परिवार की पहली पसंद हैं?
एक- दिग्विजय सिंह कांग्रेस को समर्पित हैं, लेकिन विवादास्पद बयान और प्रतिक्रिया देने में बहुत जल्दी करते हैं, जिसके कारण कई बार पार्टी के लिए संकट कम करने के बजाय बढ़ा देते हैं, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष गंभीर और सोच-समझ कर बोलनेवाला होना चाहिए.
दो- किसी भी सियासी संकट से निपटने के लिए धैर्य, आत्मविश्वास और अच्छी रणनीति की जरूरत होती है, अशोक गहलोत इसमें बेहद कामयाब रहे हैं, यह अनेक मौकों पर साबित हुआ है.
तीन- अशोक गहलोत अपनी सियासी भावनाओं पर नियंत्रण करना जानते हैं.
चार- दिग्विजय सिंह, भारत जोड़ो जैसी यात्राओं का अच्छे से संचालन कर सकते हैं, लेकिन आज के सियासी प्रबंधन में इतना काफी नहीं है, मोदी टीम के नए सियासी प्रबंधन से निपटने में अशोक गहलोत ज्यादा सक्षम हैं.
पांच- सियासी संतुलन बनाने में अशोक गहलोत की जादूगरी हमेशा से चर्चा में रही है.
खबरें हैं कि.... कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं.
याद रहे, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सबसे आगे अशोक गहलोत का नाम ही चल रहा है, तो वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर की ओर से भी 30 सितंबर 2022 को नामांकन दाखिल करने का ऐलान किया गया है.
खबरों की मानें तो गहलोत अध्यक्ष चुनाव में पर्चा तब ही भरेंगे जब गांधी परिवार से साफ सहमति और समर्थन होगा.
उधर, दिग्विजय सिंह ने पिछले हफ्ते ही कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के संकेत देते हुए कहा था कि- देखते हैं, क्या होता है, चुनाव लड़ने का अधिकार तो सबको है, 30 सितंबर तक आपको पता चल जाएगा कि मैं चुनाव लड़ रहा हूं या नहीं?
उन्होंने तो यह भी कहा था कि- कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कोई भी लड़ सकता है, पहले भी पार्टी में गांधी परिवार से बाहर के अध्यक्ष रहे हैं!
बहरहाल, यह तय है कि अशोक गहलोत या दिग्विजय सिंह, दोनों में से कोई एक ही चुनाव लड़ेगा, जिसे गांधी परिवार से हरी झंडी मिलेगी?
अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनें तो राहुल गांधी के पीएम बनने की राह होगी आसान?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-राजस्थान कांग्रेस में संकट के बीच मायावती की पार्टी भी हुई एक्टिव
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