भारत के विभिन्न शहरों में दीपावली पर शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा...

भारत के विभिन्न शहरों में दीपावली पर शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा...

प्रेषित समय :16:05:21 PM / Mon, Oct 24th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी    
* दीपावली के अवसर पर शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है.
* देवी लक्ष्मी के शुभ आशीर्वाद के लिए सूर्यास्त के तुरंत बाद प्रदोष काल के दौरान स्थिर वृषभ लग्न में पूजा को श्रेष्ठ माना जाता है.
* कई श्रद्धालु चौघड़िया देख कर भी देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं.
* दीपावली पूजा के दौरान चोपड़ा पूजन भी करते हैं.
* चोपड़ा पूजा में देवी लक्ष्मी के समक्ष नई खाता पुस्तकों का शुभारम्भ किया जाता है और अगले वित्तीय वर्ष में शुभ-लाभ के लिए प्रार्थना की जाती है.
* श्रद्धालु चौघड़िया देख कर चोपड़ा पूजन करते हैं.
भारत के विभिन्न शहरों में दीपावली पर शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा...
नई दिल्ली- 18:53 से 20:16
मुंबई- 19:26 से 20:39
उज्जैन- 19:08 से 20:25
भोपाल- 19ः01 से 20ः18
इंदौर- 19ः09 से 20ः25
जबलपुर- 18:51 से 20:08
जयपुर- 19:02 से 20:23
उदयपुर- 19:14 से 20:32
जोधपुर- 19:33 से 20:49
कोटा- 19:04 से 20:24
अजमेर- 19:07 से 20:28
बीकानेर- 19:10 से 20:32
भरतपुर- 18:54 से 20:16
अलवर- 18:57 से 20:21
चित्तौड़गढ़- 19:10 से 20:29
बांसवाड़ा- 19:13 से 20:30
डूंगरपुर- 19:15 से 20:33
राजसमंद- 19:12 से 20:31
अहमदाबाद- 19:21 से 20:38
पुणे- 19:23 से 20:35
चैन्नई- 19:06 से 20:13
गुड़गांव- 18:54 से 20:17
चंडीगढ़- 18:51 से 20:16
बैंगलुरू- 19:16 से 20:23
नोएडा- 18:52 से 20:15
सोमवार का चौघडिय़ा ....

दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा

पहला- अमृत                          पहला- चर

दूसरा- काल                         दूसरा- रोग

तीसरा- शुभ                       तीसरा- काल

चौथा- रोग                           चौथा- लाभ

पांचवां- उद्वेग                          पांचवां- उद्वेग

छठा- चर                            छठा- शुभ

सातवां- लाभ                        सातवां- अमृत

आठवां- अमृत                         आठवां- चर

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है. 

* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.

* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.

* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.

* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

देश के प्रमुख शहरों में वृषभ लग्न में महालक्ष्मी पूजन का शुद्ध समय

अष्ट लक्ष्मी रूप एवं मंत्र

श्री वैभव लक्ष्मी व्रत विधि, कथा और महात्मय

Leave a Reply