मोदीजी! 1 नवंबर को माही परियोजना भी देख लेना, 70 साल के सियासी जाले साफ हो जाएंगे?

मोदीजी! 1 नवंबर को माही परियोजना भी देख लेना, 70 साल के सियासी जाले साफ हो जाएंगे?

प्रेषित समय :08:15:42 AM / Wed, Oct 26th, 2022

प्रदीप द्विवेदी. पीएम नरेंद्र मोदी 1 नवंबर 2022 को राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात के आदिवासियों की आस्था के प्रमुख केंद्र मानगढ़ आ रहे हैं, स्वागत है! लेकिन, दो अनुरोध हैं....
एक- यहां के भोले भाले आदिवासियों के साथ 'अच्छे दिनों जैसी सियासी ठगी' मत करना और न ही- नल, नल में जल जैसे जुमले उछाल जाना? दो- माही परियोजना के दर्शन जरूर कर लेना, ताकि.... 70 साल के जाले सियासी दिलोदिमाग से साफ हो जाएं?

कायदे से तो कांग्रेस को 1 नवंबर को माही उत्सव मनाना चाहिए, क्योंकि.... कांग्रेस को याद हो न हो, आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि 1 नवंबर का बांसवाड़ा के लिए ऐतिहासिक महत्व है? देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने इस आदिवासी क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर बदलने वाली माही परियोजना की नहरों से जल प्रवाह का शुभारंभ 1 नवंबर 1983 को किया था! यदि कांग्रेस 1 नवंबर का माही उत्सव मनाती रहती, तो कई राजनेताओं की सियासी आंखों से 70 साल के जाले कभी के साफ हो गए होते? पल-पल इंडिया में 15 अगस्त 2021 को- काश! मोदीजी ने पटेल को पढ़ा होता, माही परियोजना को देखा होता, विनोबा को समझा होता.... 

में लिखा था कि- पीएम नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री है, जिन्हें लगता है कि उनसे पहले बने तमाम प्रधानमंत्री अयोग्य थे? मोदीजी ने कथित डिग्री तो हासिल कर ली, लेकिन पन्नालाल पटेल को शायद नहीं पढ़ पाए हैं और न तो माही परियोजना को देखा है, न ही विनोबा भावे के भूदान को समझ पाए हैं. वागड़ के मूल निवासी गुजराती के महान साहित्यकार पन्नालाल पटेल को पढ़ा होता तो शायद समझ पाते कि आजादी के समय देश के क्या हालात थे?

मोरारजी देसाई, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, हरिदेव जोशी, भीखाभाई जैसे नेताओं के माही परियोजना को लेकर किए गए कार्यों को देखा होता तो समझ में आता कि किसानों की तकदीर और खेतों की तस्वीर कैसे संवारी जाती है? तब समझ में आता कि- किसानों को अस्थाई राहत नहीं चाहिए, माही सिंचाई योजना जैसी स्थाई राहत चाहिए! विनोबा भावे को समझा होता जो जान पाते कि छोटे किसानों और खेत मजदूरों की असली समस्याएं क्या हैं? क्या छोटे किसानों और खेती मजदूरों को खेती योग्य जमीन नि शुल्क देने की कोई योजना है? यदि किसानों, खेती मजदूरों को पर्याप्त जमीन और सिंचाई सुविधाएं मिल जाएं तो पांच किलो गरीब अन्न योजना की जरूरत नहीं पड़ेगी, उल्टे किसान मोदी सरकार को दस किलो निशुल्क अनाज दे देंगे?
खबर है कि 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार देश के छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय ले रही. उनका यह भी कहना था कि- पहले जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो नहीं हुआ.

सियासी सयानों का मानना है कि- साहेब, बड़े उद्योगपति मित्रों के हितों से बाहर निकलेंगे, तभी तो छोटे किसानों का फायदा होगा! इधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी की 1 नवंबर 2022 की मानगढ़ यात्रा के मद्देनजर एक के बाद एक, कई ट्वीट किए हैं.... मानगढ़ धाम का भारत की आजादी की लड़ाई में ऐतिहासिक महत्व है. श्री गोविन्द गुरु के नेतृत्व में हमारे आदिवासी भाई-बहनों का आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान है व अनेकों आदिवासियों ने बलिदान दिया है. मैंने लगातार प्रधानमंत्री से मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक बनाने की मांग की है.

1 नवंबर को प्रधानमंत्री बांसवाड़ा स्थित मानगढ़ धाम के दौरे पर आ रहे हैं. मैं प्रधानमंत्री जी से पुन: निवेदन करना चाहूंगा कि मानगढ़ धाम के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए. आज प्रधानमंत्री ने राजस्थान एवं गुजरात के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा मानगढ़ धाम के संदर्भ में बैठक की, राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार को आश्वस्त किया गया है कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक बनाने में हर संभव सहयोग दिया जाएगा. मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी,1 नवंबर को अपने मानगढ़ धाम के दौरे पर मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित कर देंगे!

पीएम नरेंद्र मोदी, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के संयुक्त आदिवासी क्षेत्र में केवल वोट बटोरने आते हैं?
https://palpalindia.com/2022/10/25/delhi-PM-modi-assembly-elections-only-to-gather-votes-in-combined-tribal-area-of-Rajasthan-Gujarat-and-Madhya-Pradesh-news-in-hindi.html
मोदीजी! माही परियोजना नहीं होती तो- नल, नल में जल, जैसे जुमले उछालकर इतराने का अवसर नहीं मिलता?
https://palpalindia.com/2022/05/17/Modiji-Mahi-project-an-opportunity-to-show-off-by-rumblings.html
https://twitter.com/i/status/1556709488706654208
काश! मोदीजी ने पटेल को पढ़ा होता, माही परियोजना को देखा होता, विनोबा को समझा होता....
https://www.palpalindia.com/2021/08/15/delhi-PM-Modi-litterateur-Pannalal-Patel-Mahi-Project-Vinoba-understood-news-in-hindi.html
सीएम अशोक गहलोत ने मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने पीएम को लिखा पत्र!
https://palpalindia.com/2022/08/09/Mangarhdham-Rajasthan-Chief-Minister-Ashok-Gehlot-World-Tribal-Tribal-Freedom-Struggle-Museum-news-in-hindi.html
सुनहरी यादें! जब श्रीमती इंदिरा गांधी ने माही जल-प्रवाह का बटन दबा कर बांसवाड़ा-डूंगरपुर (वागड़) की तस्वीर और तकदीर बदलने की शुरूआत कर दी....
https://www.youtube.com/watch?v=7aew1A4bntg&t=12s
आदिवासियों को पूरा समय तो केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था!
https://m.dailyhunt.in/news/india/hindi/palpalindia-epaper-dhfcdf96d1dd8d4edc93b48684e25c82c7/aadivasiyo+ko+pura+samay+to+keval+purv+pradhanamantri+rajiv+gandhi+ne+hi+diya+tha-newsid-n208049256

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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