रिसर्च में हुआ खुलासा : आलू खाने से सेहत को नहीं होता नुकसान

रिसर्च में हुआ खुलासा : आलू खाने से सेहत को नहीं होता नुकसान

प्रेषित समय :10:02:15 AM / Thu, Nov 3rd, 2022

एक नए शोध में यह पाया गया है कि सेहत के लिए आलू उतना नुकसानदायक नहीं होता, जितना कि हम इसे समझते हैं. ईटदिसनॉटदैट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की बॉस्‍टन यूनिवर्सिटी के जर्नल ऑफ न्‍यूट्रिशनल साइंस के शोधकर्ताओं ने इस बात की जानकारी दी है. इस शोध में 30 साल से अधिक उम्र के 2,523 लोगों को शामिल किया. उन्‍होंने प्रतिभागियों के खाने की आदतों और स्वास्थ्य का आकलन किया, जिससे यह समझा जा सके कि हेल्‍दी इंसान पर आलू के नियमित सेवन से किस हद तक कार्डियोमेटाबोलिक हेल्‍थ पर  प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते है. इस बारे में विस्तार से जान लीजिए.
शोध में क्‍या पाया गया?

इस शोध में पाया गया कि चार या अधिक कप सफेद आलू या मीठा आलू खाने से कोई नुकसान नहीं हुआ- चाहे वह तला हुआ हो या बिना तला हुआ. इसका उच्च रक्तचाप और डिस्लिपिडेमिया जैसी हेल्‍थ से जुड़ी समस्‍या से भी डायेक्‍ट संबंध नहीं था. इसके अलावा जिन प्रतिभागियों ने तले हुए आलू  खाए, उनमें विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने का जोखिम भी कम था. हालांकि ये तब पाया गया जब वे रेड मीट की जगह इसे खाएं और शारीरिक रूप से सक्रिय भी रहें. ऐसा करने से उनमें टाइप 2 मधुमेह विकसित होने की संभावना भी 24% कम थी और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने की संभावना 26% कम थी.

सितंबर 2022 में प्रकाशित इस शोध में शोधकर्ताओं ने वास्तव में 1971 में लगभग 70% प्रतिभागियों से डाटा एकत्र करना शुरू किया था और बाद के वर्षों में इसे जारी रखा गया. अध्ययन में देखा गया है कि लोगों ने कितने और किस प्रकार के आलू खाएं. मसलन, सफेद आलू और मीठे आलू. पाया गया कि  लोगों ने 36% पके हुए आलू, 28% तला हुआ आलू, 14%  मैश्‍ड आलू और 9% उबला हुआ खा रहे थे.

आलू खाने के फायदे
-डीजे ब्लैटनर (आरडीएन, सीएसएसडी, और फ्लेक्सिटेरियन डाइट के लेखक) ने कहा कि आलू मधुमेह, उच्च रक्तचाप या ऊंचा ट्राइग्लिसराइड्स के जोखिम को नहीं बढ़ाता क्‍योंकि आलू एक अनप्रोसेस्‍ड फूड है.
-आलू एक ऐसा सब्‍जी है जिसमें भरपूर मात्रा में हाई क्‍वालिटी कार्ब और फाइबर होता है.
-एक कप आलू में इतना पोटैशियम होता है जो मसल्‍स, हार्ट और तंत्रिका तंत्र के काम को सही तरीके से चलाने के लिए काफी है.
-आलू विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं जो सेलुलर क्षति को रोकने में मदद करने के लिए एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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