दिल्ली की हवा और हुई जहरीली,  सांस फूलने, जोड़ों में बढ़ रहा दर्द, जहांगीरपुरी सबसे प्रदूषित

दिल्ली की हवा और हुई जहरीली,  सांस फूलने, जोड़ों में बढ़ रहा दर्द, जहांगीरपुरी सबसे प्रदूषित

प्रेषित समय :07:55:45 AM / Fri, Nov 4th, 2022

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है. दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता में गिरावट जारी है और शुक्रवार को भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रही. दिल्ली के कुल 35 स्टेशनों में से 33 स्टेशनों में एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. शुक्रवार सुबह भी धुंध की मोटी चादर दिखाई दी. गुरुवार को भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रही थी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.

दरअसल, मौसम वैज्ञानिकों ने अपेक्षाकृत तेज हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार होने का पूर्वानुमान जताया था, मगर दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शुक्रवार सुबह 6 बजे 453 रहा. गुरुवार की तुलना में दिल्ली की हवा आज और खराब हुई है, क्योंकि कल दिल्ली में समग्र एक्यूआई 426 दर्ज किया गया था. बता दें कि एक्यूआई अगर 400 से अधिक हो, तो उसे ‘गंभीर’ माना जाता है और यह स्वस्थ लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल रहा है और पहले से बीमार व्यक्तियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है. लोगों में सांस फूलने, और जोड़ों में दर्द की परेशानी बढ़ रही है।

आज सुबह 6 बजे तक के डेटा के मुताबिक, दिल्ली का जहांगीरपुरी सबसे अधिक प्रदूषित स्थान रहा, जहां शुक्रवार सुबह एक्यूआई 485 रहा, जबकि एक दिन पहले यह आंकड़ा 460 था. जिन इलाकों में एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में रहा, उनमें जहांगीरपुरी (485), द्वारका सेक्टर-8 (475), दिल्ली एयरपोर्ट (453), आईटीओ (444), ओखला (446), पुसा (436) आरके पुरम (455), वजीरपुर (475) और विवेक विहार (475) शामिल रहे. बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.

एक नवंबर को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 अंक से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया था। अगले दिन यानी दो नवंबर को हवा की दिशा में बदलाव के चलते इसमें हल्की गिरावट आई थी। लेकिन, गुरुवार को हवा में प्रदूषण और बढ़ गया है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 के अंक पर रहा। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का सूचकांक 400 से ऊपर है, जबकि कई निगरानी केन्द्र तो ऐसे हैं, जहां 450 से भी ज्यादा है।

ल्ली में इस बार दीपावली के दौरान प्रदूषण की मुख्य वजह वाहनों से निकलने वाला धुआं रहा। विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र के हालिया विश्लेषण के मुताबिक, दीपावली सप्ताह के दौरान प्रदूषण में वाहनों के धुएं की हिस्सेदारी 50 फीसदी के आसपास रही। दीपावली के आसपास यानी 21 से 26 अक्तूबर के बीच स्थानीय स्रोतों से पैदा होने वाले पीएम 2.5 प्रदूषकों में वाहनों के धुएं का योगदान लगभग आधा रहा है। यह 49.3 फीसदी से 53 फीसदी के बीच रही।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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