आज का दिन: शनिवार, 27 नवंबर 2022, विघ्नों से मुक्ति चाहो तो विनायक को मनाओ...

आज का दिन: शनिवार, 27 नवंबर 2022, विघ्नों से मुक्ति चाहो तो विनायक को मनाओ...

प्रेषित समय :19:58:35 PM / Sat, Nov 26th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* विनायक चतुर्थी को वरद विनायक चतुर्थी भी पुकारते हैं क्योंकि भगवान श्रीगणेश से मनोकामना की पूर्ति के लिए आशीर्वाद को वरद कहते हैं. 
* वरद विनायक चतुर्थी करनेवाले श्रद्धालुओं को भगवान श्रीगणेश विघ्नमुक्त ज्ञान और धैर्य प्रदान करते हैं. 
* श्रीगणेश भक्तों के लिए वरद विनायक चतुर्थी व्रत-पूजा का विशेष महत्व है. 
* विनायक चतुर्थी के दिन प्रात:काल पवित्र स्नान कर, श्रीगणेश की मूर्ति को स्थापित करना चाहिए और इसके बाद पूरी श्रद्धा-भक्ति से श्रीगणेश पूजा, आराधना और आरती करनी चाहिए.
* इस दिन श्रीगणेश को लड्डुअन का भोग लगाएं और यही प्रसाद स्वयं लें और यथाशक्ति सबको दें.
* श्रीगणेश विघ्नहर्ता हैं, इसलिए उनकी पूजा से जीवन के समस्त कार्य निर्विघ्र सम्पन्न होते हैं.
॥ आरती श्री गणपति जी ॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा,सेवा से सब विघ्न टरैं.
तीन लोक के सकल देवता,द्वार खड़े नित अर्ज करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
रिद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजें,अरु आनन्द सों चमर करैं.
धूप-दीप अरु लिए आरती भक्त खड़े जयकार करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
गुड़ के मोदक भोग लगत हैं मूषक वाहन चढ्या सरैं.
सौम्य रूप को देख गणपति के विघ्न भाग जा दूर परैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
भादो मास अरु शुक्ल चतुर्थी दिन दोपारा दूर परैं.
लियो जन्म गणपति प्रभु जी दुर्गा मन आनन्द भरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
अद्भुत बाजा बजा इन्द्र का देव बंधु सब गान करैं.
श्री शंकर के आनंद उपज्या नाम सुन्यो सब विघ्न टरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
आनि विधाता बैठे आसन,इन्द्र अप्सरा नृत्य करैं.
देख वेद ब्रह्मा जी जाकोविघ्न विनाशक नाम धरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
एकदन्त गजवदन विनायक त्रिनयन रूप अनूप धरैं.
पगथंभा सा उदर पुष्ट है देव चन्द्रमा हास्य करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
दे शराप श्री चन्द्रदेव को कलाहीन तत्काल करैं.
चौदह लोक में फिरें गणपति तीन लोक में राज्य करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
उठि प्रभात जप करें ध्यान कोई ताके कारज सर्व सरैं
पूजा काल आरती गावैं ताके शिर यश छत्र फिरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
गणपति की पूजा पहले करने से काम सभी निर्विघ्न सरैं.
सभी भक्त गणपति जी के हाथ जोड़कर स्तुति करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...॥
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- भविष्य के प्रति चिंतित होंगे. मन में बुरे विचारों को न आने दें. स्वयं पर नियंत्रण रखें. नकारात्मक सोच के कारण ही आप पीछे हैं. पारिवारिक माहौल सामान्य रहेगा. मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा. नौकरी में स्थान परिवर्तन संभव है.

वृष राशि:- कार्यस्थल पर सहकर्मियों से मन मुटाव होगा. क्रोध की अधिकता रहेगी. आय के नए स्त्रोत स्थापित होंगे. अपने कर्मचारियों के कारण परेशान होंगे. आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. धार्मिक कार्यों में धन लगेगा.

मिथुन राशि:- स्वास्थ में सुधार होगा. अपने आगामी भविष्य को लेकर चिंतित रहेंगे. मन में कई विचार आयेंगे. व्यवसाय में उन्नति होगी. भूमि भवन संबंधित मामले पक्ष में हल होंगे. प्रशासन से जुड़े कार्य सहज हो जायेंगे. यात्रा संभव है.

कर्क राशि:- अपनी संतान से विवाद हो सकता है. आजीविका को लेकर आप चिंतित हैं. विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है. कारोबार विस्तार करने का मन होगा. वाहन सुख की प्राप्ति संभव है.

सिंह राशि:- अपने मन की बात हर किसी को बताने से नुकसान आप का ही है. सुख-सुविधा की वस्तुओं और धन खर्च होगा. आप की उन्नति से विरोधी नाखुश होंगे. अपने वाक् चातुर्य से अधिकारी प्रभावित होंगे. विदेश जाने के योग बन रहे हैं.

कन्या राशि:- दोस्तों के सहयोग से कोई जरूरी कार्य होगा. अपनों से संबंधों में मजबूती आयेगी. आलस की अधिकता से कार्य में रूचि नहीं रहेगी. आर्थिक मामले आज पक्ष में हल होंगे. राजीनति से जुड़े लोग सम्मान प्राप्त करेंगे.

तुला राशि:- किसी विशेष व्यक्ति का जीवन में प्रवेश आप के तोर तरीके बदल देगा. आकस्मिक धन लाभ होगा. विरोधी आप को निचा दिखाने के हर संभव प्रयास करेंगे. मन की बात अपनों को बता दें, रास्ता मिल जायेगा.

वृश्चिक राशि:- जरूरत से ज्यादा किसी घनिष्ठता संबंधों को कमजोर कर देगी. आप सहने की शक्ति रखें. जल्द ही आप क्रोध से भर जाते हैं. स्वयं पर काबू रखें. व्यवसाय स्थल पर विवाद हो सकता है. उधार दिया पैसा न आने से मुश्किलें बढ़ेगी.

धनु राशि:- समय के साथ स्वयं को भी बदलें. अपने व्यवहार में नम्रता लाएं. कारोबार विस्तार के लिए धन एकत्रित करने में लगे रहेंगे. भूमि संबंधित विवाद के चलते चिंता रहेगी.

मकर राशि:- अपने विवेक से हर कार्य सफल कर लेंगे. निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें. मित्रों के साथ यात्रा आनंदप्रद रहेगी. आजीविका के लिए भटकना पड़ेगा. माता-पिता के स्वास्थ में सुधार होगा. किसी विशेष जन से संबंध बनेंगे.

कुम्भ राशि:- व्यवसाय में नई योजना लाभदायक रहेगी. जीवनसाथी का साथ आप को आगे बढ़ने में मदद करेगा. संतान के विवाह संबंधित समस्या से परेशान रहेंगे. भवन परिवर्तन के योग है. वाहन का प्रयोग सावधानी से करें.

मीन राशि:- अपनों से धोखा मिलेगा. राजनीति से जुड़े लोगों को पद मिल सकता है. पारिवारिकजनों की सहायता करनी होगी. आजीविका के स्त्रोत में वृद्धि होगी. पिता के साथ ताल मेल स्थापित न होने से तनाव हो सकता है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 
*यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
 शनिवार का चौघडिय़ा 
दिन का चौघडिय़ा       रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल              पहला- लाभ
दूसरा- शुभ              दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग              तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग             चौथा- अमृ
पांचवां- चर               पांचवां- चर
छठा- लाभ                छठा- रोग
सातवां- अमृत            सातवां- काल
आठवां- काल             आठवां- लाभ
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 
पंचांग 
शनिवार, 26 नवंबर 2022
विनायक चतुर्थी
शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते11
मास मार्गशीर्ष
दिन काल10:32:14
तिथि तृतीया - 19:30:04 तक
नक्षत्र मूल - 14:58:52 तक
करण तैतिल - 09:03:37 तक, गर - 19:30:04 तक
पक्ष शुक्ल
योग शूल - 25:12:39 तक
सूर्योदय 06:52:02
सूर्यास्त 17:24:17
चन्द्र राशि धनु
चन्द्रोदय 09:24:59
चन्द्रास्त 19:37:59
ऋतु हेमंत
अभिजित मुहूर्त 11:36 ए एम से 12:19 पी एम
अग्निवास पाताल - 04:25 पी एम तक,पृथ्वी
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास पूर्व - 06:05 पी एम तक
दक्षिण - 06:05 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास उत्तर

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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