यूके में 100 कंपनियों ने ‘फोर डे वर्किंग वीक’ पर जताई सहमति, हफ्ते में 3 दिन छुट्टी, होंगे 4 फायदे

यूके में 100 कंपनियों ने ‘फोर डे वर्किंग वीक’ पर जताई सहमति, हफ्ते में 3 दिन छुट्टी, होंगे 4 फायदे

प्रेषित समय :12:07:12 PM / Tue, Nov 29th, 2022

फाइव डे वर्किंग कल्चर होने के बाद भी लोगों को वर्क लाइफ बैलेंस बरकरार रखने में परेशानी देखने को मिलती है. यही वजह है कि अब ‘फोर डे वर्किंग’ कल्चर लाने की तैयारी हो चुकी है. दरअसल, यूके में 100 कंपनियों ने ‘फोर डे वर्किंग वीक’ (हफ्ते में सिर्फ चार दिन काम) के लिए सहमति जताई है. इस दौरान इन कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी भी नहीं घटाई जाएगी. इसका मतलब है कि चार दिन काम करने पर भी उन्हें पांच दिन के बराबर ही सैलरी मिलेगी.

ब्रिटेन की इन 100 कंपनियों में 2600 लोग काम करते हैं. लेकिन 4 Day Week Campaign के जरिए इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि इससे देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाया जा सकेगा. 100 कंपनियों में ब्रिटेन की दो सबसे बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं. ये दोनों कंपनियां Atom Bank और ग्लोबल मार्केटिंग कंपनी Awin हैं. Atom Bank और Awin में 450-450 कर्मचारी काम करते हैं.

दोनों कंपनियों ने ‘फोर डे वर्किंग वीक’ को आधिकारिक रूप से अपना लिया है. इसका मतलब है कि उन्होंने अब अपने यहां कर्मचारियों के लिए वर्किंग ऑवर को घटाया है. ब्रिटेन में वर्किंग वीक 35 घंटे का होता है. हर दिन 7 घंटे काम करना होता है. इसका मतलब है कि इन कंपनियों ने 35 घंटों को चार दिनों में कंवर्ट नहीं किया है, बल्कि अभी भी कर्मचारी को दिन में 7 घंटे ही काम करना होगा. यानी चार दिन और एक हफ्ते में सिर्फ 28 घंटे.

कंपनियों को क्या हो रहा फायदा?
‘4 डे वीक’ से कंपनियों की प्रोडक्टिविटी बढ़ रही है. पांच दिन वाले काम को चार दिन में पूरा किया जा रहा है. कर्मचारी ‘4 डे वीक’ वाली कंपनियों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं. साथ ही वहां पर लंबे समय तक टिक रहे हैं, यानी कम इस्तीफे. ‘4 डे वीक’ वाली कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी पहले के मुकाबले कम छुट्टियां ले रहे हैं. इतिहास की सबसे परिवर्तनकारी पहल
‘फोर डे वीक’ के समर्थकों का कहना है कि पांच दिनों तक काम करने का पैटर्न पुराने आर्थिक दौर का है. गार्जियन के बात करते हुए Awin के चीफ एग्जिक्यूटिव एडम रोस ने कहा कि नए वर्किंग पैटर्न को अपनाना इतिहास में हमने जो सबसे परिवर्तनकारी पहल देखी है, उनमें से एक है. नए वर्किंग पैटर्न को अपनाने वाली कंपनियों में अधिकतर टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग जैसे सेक्टर से जुड़ी हुई हैं. इसके अलावा, अब कुछ मैन्यूफेक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने भी नए वर्किंग पैटर्न को अपनाना शुरू कर दिया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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