गोवा में हुए इफ्फी के जूरी हेड नदव लैपिड के बाद अब शिवसेना गुट के प्रवक्ता संजय राउत ने भी अब ‘द कश्मीर फाइल्स‘ को एक प्रोपेगंडा फिल्म बता दिया है. उन्होंने आज मीडिया से संवाद साधते हुए कहा कि यह फिल्म एक पार्टी के पक्ष का प्रचार और दूसरी पार्टी के विरोध में प्रचार करने वाली फिल्म है. इस फिल्म के रिलीज होने के बाद कश्मीरी पंडितों पर हमले कम नहीं हुए, बल्कि घाटी में हमले बढ़ गए हैं.
संजय राउत ने आगे कहा कि अगर कश्मीरी पंडितों को लेकर इतनी संवेदना है तो फिल्म ने जो करोड़ों रुपए की कमाई की है उनका एक हिस्सा कश्मीरी पंडितों के उत्थान के लिए दिया जाना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
बता दें कि इस साल सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक बार फिर चर्चा में आ गई है. दरअसल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी हेड नदाव लैपिड ने इस फिल्म पर एक बयान देकर विवाद बढ़ा दिया है. इजराइली फिल्म निर्माता नदाव लैपिड ने इसे एक अश्लील प्रोपेगंडा फिल्म बताया है. फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने नदाव लैपिड के बयान को कश्मीरी पंडितों का अपमान बताया है. उन्होंने लैपिड जैसे शख्स को जूरी हेड बनाए जाने पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की इस बात पर आलोचना की है.
अभिनेता अनुपम खेर ने भी इस पर ट्वीट कर के लैपिड के बयान की आलोचना की है. अनुपम खेर ने लिखा है, ‘झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो…सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है.’ गोवा की राजधानी पणजी में आयोजित इफ्फी के कार्यक्रम में इजराइली फिल्म निर्माता और जूरी हेड ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर कहा था, ‘हम सब नाराज हैं. यह फिल्म हमें ‘प्रोपेगंडा पॉर्न फिल्म’ जैसी लगी. इतने प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सव के लिए यह फिल्म योग्य नहीं है. मैं यह बात इस मंच से खुलकर कहता हूं. यह एक अहम चर्चा है. जो बिना डगमगाए होनी चाहिए. कला और जीवन के लिए यह जरूरी है.’
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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