आपके जन्मतिथि के अंक ही बदल सकते है आपकी किस्मत, इनका संबंध सीधे अंतरिक्ष के 9 ग्रहों से है, देखें वीडियो

आपके जन्मतिथि के अंक ही बदल सकते है आपकी किस्मत, इनका संबंध सीधे अंतरिक्ष के 9 ग्रहों से है, देखें वीडियो

प्रेषित समय :20:24:14 PM / Tue, Nov 29th, 2022

न्यूमेरोलॉजी एक साइंस है, जो कि नम्बर पर वर्क करती है. नम्बर का मतलब है  कि हमारे जन्मतिथि में जो नम्बर है. उनका कनेक्शन हमारे अंतरिक्ष में जो 9 ग्रह है  उनसे है. और ये 9 ग्रह जो है, उनका असर इन नम्बरों पर पड़ता है. लोगों का मिथक है कि न्यूमेरोलाजी और एस्ट्रोलॉजी सुपर इस्पीशन फैलाते है, लेकिन वस्तुत: ऐसा है नहीं, हर बात के पीछे एक तथ्य छिपा है. यह कहना है कि राँची झारखंड निवासी सुप्रसिद्ध न्यूमेरोलाजिस्ट उषा वर्मा का.

न्यूमेरोलाजिस्ट उषा वर्मा का कहना है कि न्यूमेरोलाजी में जितने भी नम्बर है, उनके पीछे तथ्य है, यह कीरो की देन है. हमारे पूर्वज जो साइंटिस थे, उनकी दी हुई एक विद्या है, जो आज भी जीवित है. जिसे आज भी हम जानते है और मानते है.  इसको सीखते है, जानने की कोशिश करते है. क्योंकि मैने अपने जीवन में आजमाया है. इसलिए इतने आत्म विश्वास के साथ मैं बोल पा रही हूं. आगे भी बताऊगी और आप भी देखेगें, कि आपकी उत्सुकता बढ़ेगी. कहा जाता है कि सुनने से सरस्वति आती है और बोलने लक्ष्मी. बातों पर गौर कीजिएगा.

न्यूमेरोलाजी में एक भाग्यांक व एक मूलांक होते है, उसमें 81 सामान्यताएं होती है जो हमारे जीवन यात्रा की सफलता, असफलता की दिशा तय करती है. हमें यह भी बताती है कि हम कौन सी दिशा में जाए, किस रास्ते पर जाए, कि वहां से हम अपना जीवन को सफल बना सके.  ये नम्बरों की साइंस है, इसकों आप जान लेगें तो आप सिर्फ अपनी लाइफ में ही नहीं बल्कि अपनी पत्नी, बच्चों सहित परिवार, रिश्तेदार, मित्रों की जिंदगी में भी बदलाव लाकर उनके जीवन को एक सही दिशा देने का काम करेगें. आप एक मार्गदर्शक के रुप में उनके आदर्श बन जाएगे. दोस्तों यह नम्बर होता क्या है. यह नम्बर कहां से आते है कहां जाते है.

इनका हमारे जीवन में क्या रोल है, क्या गोल है, जानना चाहेगें. मैं आपकों सरल भाषा में बताती हूं कि जब बच्चा जन्म लेता है तब उसक ी जन्म तिथि में यह नम्बर होते है. मान लीजिए कोई बच्चा 12-12-1974 को जन्म लिया, जब हम न्यूमेरोस्कोप बनाएगें, और इन नम्बरों को फीड करेगें तो कुछ नम्बर अनुपस्थित होगी तो कुछ बार-बार होगें. कुछ डबल होगें, कुछ सिंगल होगें. ये जो नम्बर है इन नम्बरों की एक भाषा होती है, अंक बोलते है. हर नम्बर का अपना रोल होता है, हर कैरेक्टर होता है. हर नम्बर में आपके जीवन में क्या असर डालते है, इन्ही सारी बातों का ताना बाना न्यूमेरोलॉजी में है. बच्चे ने जन्म दिया, अब वह स्कूल जाएगा, वहां उसका क्लास नम्बर, रोल नम्बर, सेक्शन नम्बर, बस नम्बर. फिर बच्चा जॉब में जाता है तो वहां पर सैलरी के अंक, वह भी एक नम्बर में मिला है.

शादी की जो तिथि है वह भी एक नम्बर है. आप अपने आसपास देखिए आपके आधार कार्ड, पेनकार्ड, एटीएम, घर का नम्बर, गाड़ी का नम्बर, यात्रा करते है तो आपनी टिकट का नम्बर. आप कहीं भी जाते है तो आपके आसपास नम्बर ही नम्बर होते है तो क्या न इन नम्बरों से दोस्ती की जाएगी. क्योंकि ये नम्बर हमारे जीवन में कितनी अह्म भूमिका निभा रहे है. आप इस बात पर विचार कीजिए. आप इन नम्बरों से दोस्ती कर लेगें, तो आप देखेगें कि आपके पिता, माता, बहन, पत्नी, आपके पति वे लोग इस तरह का व्यवहार क्यों करते है. किसी की आपस में बहुत अच्छी बनती है तो किसी की बिलकुल नहीं बनती है.

इस व्यवहार के पीछे उनके नम्बर को देखिए. यह नम्बर, इस नम्बर का व्यक्ति ऐसा व्यवहार करता है. तो उसके इस नम्बर से आप पहचान सकेगें वह किस नम्बर है. वो इस तरह का व्यवहार क्यो करता है. यदि आपको जिंदगी में कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना है तो आप अपने वेस्ट ईयर को देखिए और निर्णय लीजिए, इसके विपरीत यदि आपने अपने एंटी ईयर में निर्णय लिया तो इस बात की 100 प्रतिशत गारंटी है कि वहां पर सफल नहीं होगें. ये बड़े काम की चीज है आप इन अंकों से दोस्ती करके, आपके जीवन की जो यात्रा है, इन अंकों के माध्यम से उसे आसान व सफल बना सकते हैं.  
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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