मध्‍य प्रदेश की इन 5 जगहों पर एक बार ज़रूर जाएं

मध्‍य प्रदेश की इन 5 जगहों पर एक बार ज़रूर जाएं

प्रेषित समय :11:09:39 AM / Tue, Dec 6th, 2022

अगर आप सर्दियों में मध्‍य प्रदेश घूमने का प्‍लान बना रहे हैं तो इन आश्‍चर्य से भरी जगहों पर जरूर पहुंचें.
खजुराहो 
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के लिस्‍ट में शामिल है, जो स्मारकों के समूह और अद्भुत वास्तुकला के लिए जाना जाता है. यह मध्य प्रदेश में सबसे प्रचलित ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है. बता दें कि खजुराहो के मंदिरों का निर्माण 950 ईसवीं से 1050 ईसवीं के बीच चन्देल राजाओं द्वारा किया गया था.

भीमबेटका
पुरापाषाणिक पुरातात्विक स्थल भीमबेटका मध्य-प्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल के दक्षिण-पूर्व में लगभग 46 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक है. यहां की सात पहाड़ियों में से एक भीमबेटका की पहाड़ी पर 750 से अधिक रॉक शेल्टर पाए गए हैं, जो लगभग 10 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हैं. यहां मानव जीवन की उत्पति के निशानों का वर्णन करते चित्र मौजूद हैं, जिनमें सबसे पुराने चित्रों को आज से लगभग 30,000 साल पुराना माना जाता है.

भेड़ाघाट
एक अविस्‍मरणिय पर्यटन स्थल है. यहां पास ही में भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित चौसठ योगिनी मंदिर है. नर्मदा नदी के तट पर बसा जलप्रपात है, जो पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है. नर्मदा नदी के दोनों तटों पर संगमरमर की सौ फुट तक ऊंची चट्टानें भेड़ाघाट की सबसे बड़ी खासियत है.

सांची स्तूप
भोपाल शहर से 46 किमी दूर सांची में एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है. यह सांची के बौद्ध स्मारकों में भारत में स्थित सबसे पुरानी पत्थर की संरचनाओं में से एक मानी जाती है. यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित यह स्तूप तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य वंश के सम्राट अशोक द्वारा स्थापित की गई थी. 

सतपुड़ा
पर्वतीय घने जंगलो से भरपूर इस राष्ट्रीय उद्यान में अनेक नदी और झरने मौजूद हैं, जो पर्यटकों को अपने इधर आकर्षित करती हैं. सतपुड़ा भारत के उन संरक्षित वनों में से एक है, जहां पर्यटकों को पैदल चलने की अनुमति है. इस पार्क के अंदर साइकिल चलाना, जीप सफारी, रात की सफारी और डोंगी सफारी शामिल हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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