टैटू बन सकता है स्किन इंफेक्‍शन का कारण, रखें सावधानी

टैटू बन सकता है स्किन इंफेक्‍शन का कारण,  रखें सावधानी

प्रेषित समय :11:06:24 AM / Tue, Dec 20th, 2022

खुद को स्‍टाइलिश बनाने के लिए युवा टैटू का सहारा ले रहे हैं. टैटू कई सालों से बनवाए जा रहे हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में टैटू से होने वाले इंफेक्‍शन के मामले काफी बढ़े हैं. टैटू से स्किन में इंफेक्‍शन और एलर्जी की समस्‍या हो सकती है. टैटू इंफेक्‍शन एक तरह का स्किन इंफेक्‍शन होता है, जिसमें स्किन की सतह के नीचे हजारों छोटी-छोटी बूंदों के रूप में स्‍याही जमा हो जाती है. ये संक्रमण तब होता है जब स्‍याही पुरानी या इंफेक्‍टेड हो. इसके लिए कई अन्‍य कारण भी जिम्‍मेदार हो सकते हैं. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

टैटू इंफेक्‍शन के कारण
टैटू इंफेक्‍शन कई कारणों से हो सकता है. क्‍लीवलैंड क्‍लीनिकके अनुसार अधिक मामलों में इंफेक्‍शन स्‍याही यानी इंक के कारण होता है.

टैटू स्‍याही से इंफेक्‍शन
कई बार टैटू बनाने के लिए पुरानी स्‍याही का प्रयोग किया जाता है. अधिक पुरानी स्‍याही में बैक्‍टीरिया पनप सकते हैं जो इंफेक्‍शन का कारण बन सकता है. इसके अलावा स्‍याही के कंटेनर में भी बैक्‍टीरिया और अन्‍य पदार्थ मिलकर इंफेक्‍शन की स्थिति उत्‍पन्‍न कर सकते हैं. अधिकतर स्‍याही में एनिमल बेस्‍ड एडिटिवीज, कैलीग्राफी इंक, केमिकल्‍स, मेटल सॉल्‍ट, पेंटर टोनर और कार पेंट होता है जो स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है.

नॉनस्‍टरलाइड वॉटर
स्‍याही को पतला करने और कलर को मिक्‍स करने के लिए नॉनस्‍टरलाइड वॉटर की आवश्‍यकता होती है. लेकिन नल के पानी और डिस्‍टिल्‍ड वॉटर के यूज से इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ जाता है. टैटू बनवाने के लिए हर बार नए पानी का प्रयोग इंफेक्‍शन के खतरे को कम कर सकता है.

नॉनस्‍टरलाइड निडल
टैटू को निडल द्वारा स्किन पर गोदकर बनाया जाता है. कई बार लोग अनप्रॉफेशनल टैटू आर्टिस्‍ट से टैटू बनवा लेते हैं जो पुरानी और प्रयोग की हुई निडल का प्रयोग करते हैं. पुरानी और नॉनस्‍टरलाइड निडल भी इंफेक्‍शन का कारण बन सकती है. टैटू बनवाने से पहले इसके साइड इफेक्‍ट्स के बारे में जानना बेहद जरूरी है. फैशन के चलते सेहत से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

Leave a Reply