नई दिल्ली. रविवार को हॉकी विश्व कप के एक बेहद ही रोमांचक मुकाबले में जर्मनी ने बेल्जियम को हराकर खिताब अपने नाम किया. ओडिशा के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में दोनों ही टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. फुल टाइम तक दोनों टीमें 3-3 से बराबर रही, इसके बाद मैच पेनाल्टी शूट आउट में पहुंचा लेकिन मामले यहां भी बराबरी पर छूटा फिर सडन डेथ में विजेता का फैसला हुआ.
बेल्जियम की टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए शुरुआती वक्त में ही गोल करके बढ़त हासिल कर ली थी. मैच के पहले क्वार्टर में 9वें मिनट और फिर 10वें मिनट में टीम की तरफ से जर्मनी पर दो गोल दागे गए. पहले फ्लोरेंट ऑवेल ने और फिर टैंगाय कोसाइंस ने टीम की बढ़त को शुरुआत में ही 2-0 कर दिया. निकलास वेलेन ने खेल के 29वें मिनट में जर्मनी के लिए पहला गोल किया और इसके बाद गोंजालो पेलेट्स ने मैच के 40वें मिनट में गोल करते हुए स्कोर को बराबरी पर ला खड़ा किया.
मैच के आखिरी क्वार्टर में जर्मनी की टीम के लिए 47 वें मिनट में मैट्स ग्रैंबुश ने गोल करते हुए स्कोर को 3-2 करते हुए टीम को बढ़त दिलाई. मैच खत्म होने से ठीक पहले 59वें मिनट में बेल्जियम की तरफ से टॉम बून ने गोल किया और स्कोर 3-3 से बराबर हो गया. मैच इसी स्कोर पर खत्म हुआ जिसके बाद पेनाल्टी शूट आउट में भी स्कोर बराबर ही रहा. सडन डेथ में 2-1 से जर्मनी ने जीत हासिल कर ट्रॉफी जीती. जर्मनी ने डिफेंडिंग चैंपियन बेल्जियम को हराकर 17 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना पूरा किया. यह तीसरी बार है जब जर्मी ने इस हॉकी वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा जमाया है. इससे पहले 2002 और 2006 में टीम ने इस ट्रॉफी को अपने नाम किया था.
Source : palpalindia
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