महिलाओं की शक्ति को बढ़ाने का देती है मैसेज-वेधा

महिलाओं की शक्ति को बढ़ाने का देती है मैसेज-वेधा

प्रेषित समय :10:23:00 AM / Wed, Feb 1st, 2023

वेधा को हर्षा द्वारा काफी सोच समझकर स्मार्टली तरीके से लिखा गया है ताकि पूरी फिल्म में दर्शकों को बांधे रखा जा सके. फिल्म में जहां एक्शन है, वहीं बहुत सारी सेंटीमेंट्स भी हैं और वो वेद को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में दिखाना पसंद करता है जो महिला सशक्तिकरण में विश्वास करता है और महिलाओं के अधिकारों के लिए खड़ा होता है. ऐसे में ये फिल्म निश्चित तौर पर शिवा राजकुमार के प्रशंसकों को पसंद आएगी, क्योंकि कन्नड़ स्टार ऐसी कहानियों का चयन कर रहे हैं जो समाज के लिए अधिक मायने रखती हैं. शायद वो अपने करियर के इस मोड़ पर डायरेक्शन बदल रहे हैं.

नई फिल्म वेधा रिलीज हुई है जो महिलाओं की शक्ति को बढ़ाने का एक खास मैसेज देती है. शिव राजकुमार कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के एक प्रतिष्ठित हीरो हैं और ए हर्षा द्वारा निर्देशित वेधा साबित करती है कि 60 वर्षीय अभिनेता के पास अभी भी अपने प्रशंसकों को लुभाने की काबिलियत है. फिल्म की कहानी सार्वजनिक परिवहन (Public transport) पर एक युवा महिला को एक पुरुष द्वारा परेशान किए जाने से शुरू होती है. वो घर आती है और अपनी दादी से शिकायत करती है, फिर उसे वेद की कहानी पढ़ने कहा जाता है, तब फिल्म बीती घटना को बयां करती है.

कहानी- निर्देशक ए हर्षा 1960 के दशक में जाते हैं, जहां हम एक युवा वेद को देखते हैं. इसके बाद 1980 के दशक में पुष्पा से उसकी शादी कैसे होती है, जहां हम वेद और उसकी बेटी कनका (अदिति सागर) को देखते हैं, जो बदले की हत्या कर रही है. ऐसा लगता है कि पिता और बेटी बदला लेने के इस नाटक में एक निश्चित समूह के लोगों की तलाश में हैं और एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं. कहानी में जहां पुलिस इंस्पेक्टर रामा उनका पीछा कर रही है, वहीं परी एक यौनकर्मी, वेधा के दोस्त को मारने पर आमादा है. पुष्पा को क्या हुआ? वेद और कनक इन आदमियों को क्यों मार रहे हैं? यही सब वारदातें इसे पर्दे पर बयां करती हैं.

इस फिल्म में सभी महिलाओं के किरदार प्रदर्शन-उन्मुख यानी स्ट्रांग परफोर्मेंस ओरिएंटेड हैं. वेधा में महिलाओं को अपनी ताकत दिखाने पर जोर देती है. इसमें श्वेता चेंगप्पा, वीना पोनप्पा , उमाश्री, गणवी लक्ष्मण और अदिति सागर हैं, जो इस फिल्म में अपनी-अपनी भूमिकाओं में चमकते हैं. वेधा में अपनी खामियां हैं, लेकिन जब इसकी मंशा और फिल्म में अभिनेत्रियों के प्रदर्शन की तुलना की जाती है, तो उन्हें अनदेखा किया जा सकता है. स्वामी जे गौड़ा की सिनेमैटोग्राफी शानदार है और अर्जुन ज्ञान का म्यूजिक भी फिल्म का प्लस प्वाइंट है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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