मलयालम सिनेमा में पहली महिला एक्ट्रेस पीके रोजी को गूगल ने बनाया अपना डूडल

मलयालम सिनेमा में पहली महिला एक्ट्रेस पीके रोजी को गूगल ने बनाया अपना डूडल

प्रेषित समय :08:57:18 AM / Fri, Feb 10th, 2023

मलयालम सिनेमा में पहली महिला एक्ट्रेस पीके रोजी को गूगल डूडल ने आज उनके जन्मदिन के मौके पर सम्मान दिया है. 1903 में तिरुवनंतपुरम में जन्मी रोजी की जिंदगी बेहद मुश्किलों भरी थी. रोजी का असली नाम राजम्मा था, लेकिन उन्हें प्यार से सब रोजी बुलाया करते थे. रोजी के पिता का अचानक निधन हो गया था. बाप का साया सिर से उठते ही एक्ट्रेस का परिवार धीरे-धीरे गरीबी की ओर बढ़ने लगा.

अपने घर के लिए सहारा बनने के लिए रोजी ने शुरुआत में घास काटनी शुरू की थी. रोजी ने बेहद कम उम्र में ही एक्ट्रेस बनने की ठान ली थी. अदाकारी का जुनून कुछ इस कदर उनके सिर पर सवार था कि उसकी खातिर उन्होंने अपना काफी कुछ गवा दिया. रोजी के अंदर कला की पहचान उनके चाचा ने की थी. रोजी की जिंदगी काफी सवालों से घिरी हुई है. माना जाता है कि रोजी ने धर्म परिवर्तन कर लिया था, इसलिए उनका नाम रोजम्मा से रोजी हो गया था.

रोजी ने सिनेमा जगत का हिस्सा बनने का मन तब बनाया, जब महिलाओं के लिए इसे अच्छा नहीं समझा जाता था. रोज़ी ने मलयालम फिल्म विगाथाकुमारन (द लॉस्ट चाइल्ड) में अभिनय किया, साथ ही उन्होंने अपने इस कदम के साथ लोगों की मानसिकता को भी तोड़ दिया. हालांकि ये इतना आसान भी नहीं था. जहां कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया तो काफी लोगों ने उनके इस कदम पर विरोध जताया. एक वक्त ऐसा भी आया जब रोजी को अपनी जिंदगी गुमनामी में गुजारनी पड़ी. ये गुमनामी के अंधरें इतने काले थे कि, आज गूगल के पास रोजी की महज धूंधली सी तस्वीर ही मौजूद है. पीके रोजी पहली मलयालम अभिनेत्री बनी, साथ ही वह भारतीय सिनेमा की पहली दलित अभिनेत्री भी थीं. रोजी की पहली फिल्म विगाथाकुमारन (द लॉस्ट चाइल्ड) रिलीज से पहले ही काफी चर्चा में थी. वजह थी इस फिल्म के खिलाफ हो रहा विरोध. एक दलित महिला का सिनेमा में काम करना एक समुदाय को बिल्कुल भी रास नहीं आ रहा था.

ये विरोध इतना बढ़ गया था कि उच्च जातियों के लोगों ने रोजी का घर तक जला दिया था. उस दौरान लोगों में रोजी के लिए काफी क्रोध था. जिसके चलते रोजी अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग गई थीं. रोजी को एक ट्रक नजर आया तो वह उसमें जाकर छिप गईं. ये ट्रक तिमलनाडु की तरफ जा रहा था. जिसके बाद रोजी ने ट्रक ड्राइवर से शादी कर ली और अपनी बाकि जिंदगी ‘राजम्मल’ बनकर गुजार दी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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