आज का दिनः 15 फरवरी 2023, भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए एकादशी व्रत

आज का दिनः 15 फरवरी 2023, भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए एकादशी व्रत

प्रेषित समय :21:38:36 PM / Tue, Feb 14th, 2023

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी

* एकादशी तिथि प्रारम्भ - 16 फरवरी 2023 को 05:32 बजे
* एकादशी तिथि समाप्त - 17 फरवरी 2023 को 02:49 बजे

* विष्णुदेव की आराधना के लिए नियमित रूप से किए जाने वाले व्रतों में एकादशी का सर्वाधिक महत्व है.
* भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए यह व्रत किया जाता है.
* एक वर्ष में कुल चौबीस एकादशी होती है, लेकिन जिस वर्ष अधिक मास होता है उस वर्ष कुल छब्बीस एकादशी होती है.
* सभी एकादशी अलग-अलग नामों से जानी जाती है तथा इनका अलग-अलग महत्व भी होता है.
* एकादशी व्रत के दिन भोजन नहीं किया जाता है, चाहे तो फलाहार ग्रहण कर सकते हैं.
* प्रात: पवित्र स्नान के बाद देव पूजा करनी चाहिए और दिन भर यथा सम्भव- ऊँ नमो नारायणाय, का जाप करना चाहिए.
* एकादशी व्रत करने से मानसिक और शारीरिक कष्ट दूर होते हैं.
* कम-से-कम एक वर्ष पूरा होने पर एकादशी व्रत का उद्यापन करना चाहिए.
* जीवन में भोग और मोक्ष की एक साथ प्राप्ति के लिए श्रीविष्णु आराधना श्रेष्ठ है. 
तिथि को लेकर भ्रमित नहीं हों, विवेक से निर्णय करें...
* तिथि को लेकर अक्सर लोग परेशान हो जाते हैं क्योंकि एक तो तिथि शुरू होने और समाप्त होने का कोई निश्चित समय नहीं होता है तो दूसरा तिथियों में कमी-बढ़ोतरी होती रहती हैं. कौन सी तिथि मानी जाए, खासकर व्रत-त्योहार को लेकर, इस पर मतैक्य नहीं रहता है!
* देश में कम-से-कम दो अलग तरह के पंचांग प्रचलन में हैं जिनमें महीने के सापेक्ष एक पक्ष तो कॉमन रहता है लेकिन दूसरे पक्ष का महीना अलग अलग रहता है. एक पंचांग का महीना अमावस समाप्त होने के बाद शुरू होता है तो दूसरे पंचांग का वही महीना पूर्णिमा समाप्त होने के बाद शुरू होता है.
* तिथियों में, कोई सूर्योदय के समय जो तिथि प्रभावी हो उसे मानता है तो कोई दिनभर में जो तिथि प्रभावी हो उसे मानता है.
* कौन सी तिथि पर व्रत पूजा की जाए? इसे लेकर विवेक से कार्य करना बेहतर है!
* प्रदोष जैसे व्रत में, जहां रात्रि के समय का महत्व है, के लिए प्रदोष काल की प्रभावी तिथि को महत्व दिया जाना चाहिए तो दिन में की  जाने वाली पूजा के लिए दिन में प्रभावी तिथि को महत्व देना चाहिए. 
* तिथियों की समय की गणित के चलते कई बार एकादशी व्रत दो दिन तक चलता है. 
* तिथि का मूल उद्देश्य उस व्रत-पूजा काल की गणना के सापेक्ष कार्य करना है इसलिए तिथि को लेकर ज्यादा भ्रम नहीं पालें, सच्चे मन से किए गए व्रत-पूजन में तिथि अंश भी मिल जाए तो व्रत-पूजा सार्थक है! 
* वैसे तिथि निर्धारण में स्थानीय धर्मगुरु और कुल परंपराओं के अनुरूप निर्णय लेना उत्तम रहता है! 
* कामयाबी के लिए नियमित रूप से विष्णुदेव की पूजा करें-

अच्युतम केशवम रामनारायणम, कृष्ण दामोदरम् वासुदेवम् हरे.
श्रीधरम् माधवम् गोपिकावल्लभम, जानकी नायकम श्रीरामचन्द्रम् भजे।

श्री त्रिपुरा सुंदरी पंचांग- 15 फरवरी 2023
*  विंछुड़ो,  भद्रा, गण्ड मूल, आडल योग, विडाल योग
* शक संवत 1944, विक्रम संवत 2079, मास- पूर्णिमांत फाल्गुन, मास अमांत माघ
* तिथि नवमी- 07:42:27 तक, दशमी- 29:35:52 तक, नक्षत्र ज्येष्ठा- 24:46:56 तक, करण गर- 07:42:27 तक, वणिज- 18:44:09 तक, पक्ष कृष्ण, योग व्याघात- 09:59:37 तक, वार बुधवार
* शुभ मुहूर्त अभिजीत- नहीं
* राहुकाल- 12:42 से 14:08 तक
* दिशाशूल- उत्तर
* ताराबल- अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती
* चन्द्र राशि वृश्चिक, चन्द्रोदय 27:15
* उत्तम चन्द्रबल- वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ
* मेष राशि में जन्मे लोगो के लिए अष्टम चन्द्र

राशिफल:-

मेष राशि:- आज  विवाह की बात आगे बढ़ सकती है. अनावश्‍यक क्रोध से बचें. चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे. नए वस्‍त्र, आभूषण खरीदने का मन बनेगा. प्रवास संभव.

वृष राशि:- आज साथी से वैचारिक मतभेद उत्‍पन्‍न होगा. प्रेम में असफलता प्राप्‍त हो सकती है. अपनी व्‍यापारिक योजनाअों को गुप्‍त रखें. धोखे की आशंका है. पत्‍नी की सलाह काम आ सकती है. वाणी माधुर्य का लाभ लें.

मिथुन राशि:- आज भाग्‍य का साथ मिलेगा एवं अटके कार्यों में गति आएगी. लाभ में वृद्धि होगी. परिवार में सुख का वातावरण रहेगा. धर्म कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी. परिवार के साथ धार्मिक यात्रा सुखद रहेगी.

कर्क राशि:- आज आपसी लड़ाई झगड़ा कोर्ट तक पहुंच सकता है. मित्रों के साथ मनोरंजक यात्रा हो सकती है. सरकारी कार्य गति पकड़ेंगे. परिवार में वृद्धजनों की सेहत की चिंता हो सकती है.

सिंह राशि:- आज दिनचर्या अस्‍तव्‍यस्‍त रहेगी. आलस्‍य व थकान का अनुभव करेंगे. वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं. किराएदार से विवाद हो सकता है. परिवार में कोई धार्मिक आयोजन हो सकता है. पूजा पाठ से तनाव दूर होगा.

कन्या राशि:- आज अपने क्रोध व आवेश पर नियंत्रण रखें. कुछ साहसी फैसलों के कारण सफलता मिल सकती है. भाई बहन के मध्‍य प्रेम बढ़ेगा. आय व्‍यय का संतुलन बना रहेगा. सिरदर्द की समस्‍या हो सकती है.

तुला राशि:- आज धन कमाने के उचित अवसर मिलेंगे. वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं. निवेश सोच समझकर करें. किसी अप्रिय घटना का सामना करना पड़ेगा. स्‍वभाव चिड़चिड़ा रहेगा. यात्रा टालें.

वृश्चिक राशि:- आज संयमित खानपान रखें. अधिक जल का सेव करें. कोई धार्मिक अनुष्‍ठान या पूजा करने की योजना बनेगी. वाहन सुख मिलेगा. यात्रा से अर्थ लाभ हो सकता है.

धनु राशि:- आज थकावट व चिंता रह सकती है. खानपान का शौक सेहत खराब कर सकता है. दैनिक कार्य आसानी से हो जाएंगे. परिवार का सभी कार्यों में सहयोग मिलेगा. पत्‍नी को उपहार दे सकते हैं.

मकर राशि:- आज बुरी आदतों से दूर रहें. आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी. परिवार के साथ किसी तीर्थस्‍थल पर जा सकते हैं. मेहमानों का आगमन होगा. सरकारी कर्मचारी को लाभ की संभावना है.

कुम्भ राशि:- आज आय की स्थिति बेहतर बनेगी. वैवाहिक जीवन सुखमय होगा. विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता मिलेगी. नए संपर्कों का लाभ मिलेगा. मित्रों के साथ भ्रमण, मनोरंजन में समय बीते

मीन राशि:- आज लंबे समय से रुके कार्य गति पकड़ेंगे. भेंट व मुलाकातों का दौर जारी रहेगा. जीवनसाथी के साथ समस्‍या साझा कर सकते हैं. सरकारी कर्मचारियों को लाभ की संभावना है. यात्रा टालें.

बुधवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- लाभ                          पहला- उद्वेग
दूसरा- अमृत                         दूसरा- शुभ
तीसरा- काल                       तीसरा- अमृत
चौथा- शुभ                            चौथा- चर
पांचवां- रोग                         पांचवां- रोग
छठा- उद्वेग                           छठा- काल
सातवां- चर                          सातवां- लाभ
आठवां- लाभ                        आठवां- उद्वेग

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

पंचांग
फाल्गुन मासे, कृष्ण पक्ष
तिथि नवमी 07:38:51
तिथि दशमी 29:32:21
नक्षत्र ज्येष्ठा 24:45:10
योग व्याघात 09:59:27
करण गर 07:38:51
करण वणिज 18:40:34
करण विष्टि भद्र 29:32:21
वार बुधवार
चन्द्र राशि    वृश्चिक 24:45:10
चन्द्र राशि    धनु 24:45:10
सूर्य राशि    कुम्भ
रितु शिशिर
आयन उत्तरायण
संवत्सर राक्षस
विक्रम संवत 2079 विक्रम संवत
शाका संवत 1944 शाका संवत

किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) जी से सीधे संपर्क करें = 9131366453

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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