आज का दिन- मंगलवार, 21 फरवरी 2023, फूलों-सा महकेगा नया काम !

आज का दिन- मंगलवार, 21 फरवरी 2023, फूलों-सा महकेगा नया काम !

प्रेषित समय :21:34:16 PM / Mon, Feb 20th, 2023

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी  

प्रथम चन्द्र दर्शन का है धार्मिक महत्व!
* चन्द्र दर्शन- 21 फरवरी 2023, मंगलवार- 18:28 से 19:39
* अमावस्या के बाद प्रथम चन्द्र दर्शन का विशेष धार्मिक महत्व है.
* कई श्रद्धालु चन्द्र दर्शन के बाद ही अपना व्रत खोलते हैं.
* क्योंकि अमावस्या के बाद चन्द्र दर्शन का समय सूर्यास्त के बाद बहुत कम समय के लिए होता है, इसलिए अपने क्षेत्र के सापेक्ष चन्द्र दर्शन का समय ज्ञात कर लें तो चन्द्र दर्शन का लाभ मिल सकता है!

फुलेरा दूज- मंगलवार, 21 फरवरी 2023 को....
* द्वितीया तिथि प्रारम्भ - 21 फरवरी 2023 को 09:04 बजे
* द्वितीया तिथि समाप्त - 22 फरवरी 2023 को 05:57 बजे
* फुलेरा दूज का हर क्षण शुभ और उत्तम माना जाता है और इसीलिए इस अवसर पर शुरू किया गया कार्य फूलों-सा महकता है.
* फुलेरा दूज के अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की जाती है, अपने इष्टदेव को गुलाल चढ़ाई जाती है और फूलों की रंगोली सजाई जाती है.
* इस मौके पर भगवान श्रीकृष्ण को मिष्ठान का भोग लगाया जाता है.

भाग्य उनका भी है जो भाग्य को नहीं मानते!
कई बार ऐसा होता है कि जो लोग आस्तिक होते हैं वे नाकामयाब रहते हैं और नास्तिक कामयाब. इस तरह के परिणाम का कारण व्यक्ति स्वयं होता है. भाग्य का आस्तिक होने या न होने से कोई सम्बन्ध नहीं है. भाग्य उन लोगों का भी होता है जो भाग्य को नहीं मानते हैं. लेकिन भाग्य अस्तित्व में तभी आता है जब कर्म होता है. जैसे प्रकाश के बगैर छाया संभव नहीं है वैसे ही कर्म के बगैर भाग्य का लाभ संभव नहीं है.
यदि कोई नास्तिक बेहतर कर्म करता है तो यकीनन उसे भाग्य के सापेक्ष कामयाबी मिलेगी और यदि कोई आस्तिक कर्म की उपेक्षा करता है तो निश्चय ही जीवन में उसे नाकामयाबी मिलेगी. भाग्य तो महज किसी प्रयास की सफलता का प्रतिशत तय करता है. इसलिए बगैर प्रयास के, बगैर कर्म के केवल आस्तिक होने के दम पर सफलता नहीं पाई जा सकती है.
भाग्य की प्रबलता पूर्व जन्मों के सत्कर्मों पर निर्भर है. जो हो चुका है उसे बदलना व्यक्ति के हाथ में नहीं है लेकिन वर्तमान सत्कर्म भाग्य को संवार जरूर सकते हैं. इसलिए यह तय है कि सच्चा और सात्विक जीवन जीने वाला नास्तिक, किसी ढोंगी आस्तिक से ज्यादा सुखी और सफल रहता है. भाग्य और सफलता का यही सम्बन्ध है और जो इसे अपना लेता है वही सफल होता है, चाहे आस्तिक हो या नास्तिक.
भगवान पर भरोसा करनेवाले अनेक ऐसे लोग मिल जाएंगे जो कहने को भगवान पर भरोसा जताते हैं पर वास्तव में भरोसा करते नहीं हैं! जब अच्छे कर्म करते हैं तो सबको कहते रहते हैं कि ईश्वर सब देख रहा है लेकिन जब बुरे कर्म करते हैं तब मान कर चलते हैं कि उन्हें कोई नहीं देख रहा, भगवान भी नहीं!

श्री त्रिपुरा सुंदरी पंचांग- 21 फरवरी 2023
*  फुलैरा दूज, चन्द्र दर्शन, पञ्चक, त्रिपुष्कर योग, सर्वार्थ सिद्धि योग
* शक संवत 1944, विक्रम संवत 2079, मास- पूर्णिमांत फाल्गुन, मास अमांत फाल्गुन
* तिथि प्रतिपदा- 09:07:48 तक, द्वितीया- 30:00:47 तक, नक्षत्र शतभिषा- 09:01:23 तक, पूर्वाभाद्रपद- 30:39:10 तक, करण बव- 09:07:48 तक, बालव- 19:30:41 तक, पक्ष शुक्ल, योग शिव- 06:55:34 तक, सिद्ध- 27:07:20 तक, वार मंगलवार
* शुभ मुहूर्त अभिजीत- 12:18 से 13:05 तक
* राहुकाल-15:34 से 17:01 तक
* दिशाशूल- उत्तर
* ताराबल- अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद
* चन्द्र राशि कुम्भ
* उत्तम चन्द्रबल- मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ
* कर्क राशि में जन्मे लोगो के लिए अष्टम चन्द्र

मंगलवार का चौघड़िया-

दिन का चौघड़िया                  रात्रि का चौघड़िया
पहला- रोग                             पहला- काल
दूसरा- उद्वेग                           दूसरा- लाभ
तीसरा- चर                            तीसरा- उद्वेग
चौथा- लाभ                             चौथा- शुभ
पांचवां- अमृत                       पांचवां- अमृत
छठा- काल                             छठा- चर
सातवां- शुभ                          सातवां- रोग
आठवां- रोग                           आठवां- काल
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

- आज का राशिफल -  

मेष राशि:- अपने हिसाब से जिंदगी जिना पसंद रहेगा. जो लोग आप के कार्यों की सराहना करते थे, वे आप का विरोध करेंगे. भवन भूमि के विवादों का अंत होगा. पिता के व्यवसाय में रूचि कम रहेगी.

वृष राशि:- समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें. पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे. घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें तो पारिवारिक तनाव ख़त्म होगा. फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाएं, चमत्कारिक लाभ होगा.

मिथुन राशि:- व्ययस्ता के कारण सेहत को न भूलें. अपने जीवनसाथी से नम्रता से बात करें और दोनों की वार्तालाप में स्नेह झलके न की बनावटी बातें करें. वाणी में मधुर रहें. यात्रा के योग है.

कर्क राशि:- सेहत को नजरअंदाज न करें. आनावाश्यक किसी को परेशान करना अच्छी बात नहीं है. मेहमानों की खातिरदारी करना पड़ेगी. अपने संपर्कों से रुके कार्य पुरे होंगे. बहनों के विवाह की चिंता रहेगी.

सिंह राशि:- जल्दबाजी में किये फ़सलों से भारी नुकसान हो सकता है. परिवार में आप की बातों को सुना जायेगा. धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी. जीवनसाथी के स्वास्थ में सुधार होगा. परीक्षा परिणाम अनुकूल होगा.

कन्या राशि:- समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता. अपने बारी का इंजतार करें. संतान के सहयोग से कार्य पुरे होंगे. नए लोगों से संपर्क बनेगा जो भविष्य में लाभदायक रहेगा. वाहन सुख संभव है.

तुला राशि:- आप अगर दुसरे के लिए मांगते हैं,तो आपको कभी अपने लिए नहीं मागना पाता . बीमारी के कारण स्वास्थय की चिंता रहेगी. किसी के बहकाने से अपने संबंध ना तोड़ें.बच कर रहें, पैर में चोट लग सकती है. समाज में आपका नाम होगा.

वृश्चिक राशि:- जिन लोगों का सहयोग आप ने किया था आज वे ही आप से मुंह फेर रहे हैं. बीमारी में दवाई असर नहीं करेगी. बेहतर होगा अपना डॉक्टर बदलें. या किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लें. नए भवन में जाने के योग है.

धनु राशि:- अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है. कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी. पड़ोसियों की मदद करना पड़ सकती है. क्रोध की अधिकता से परिजन ना खुश होंगे. शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा.

मकर राशि:- किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते है. समय रहते जरूरी कार्य पुरे करें. निजी जीवन में दुसरों को प्रवेश न दें. पिता के व्यवहार से मन मुटाव होगा. जीवनशौली में परिवर्तन के योग है. पुरानी दुश्मनी के चलते विवाद संभव है.

कुम्भ राशि:- सोचे कार्य समय पर होने से मन प्रसन्न रहेगा. अपने वाक् चातुर्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे. कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे. प्रेम-प्रसंग के चलते मन उदास होगा.

मीन राशि:- आप की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी. जीवनशैली में आय परिवर्तन से खुश होंगे. आजीविका के नए स्त्रोत्र स्थापित होंगे. पारिवारिक सोहार्द बना रहेगा. मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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