नई दिल्ली. असम में अब तक का सबसे बड़ा धर्मांतरण देखने को मिला है. 100 से ज्यादा ईसाई परिवार हिंदू धर्म में लौट आए हैं. राज्य में इसे अब तक की सबसे बड़ी घर वापसी माना जा रहा है. असम की हिमंत बिस्वा सरमा सरकार हिंदू परिवारों की घर वापसी को लेकर लगातार चर्चाओं में बनी हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, 27 फरवरी को असम के जागीरोड में तिवा शॉन्ग गांव में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में ईसाई परिवारों की हिंदू धर्म में वापसी हुई है. राज परिषद के महासचिव जुर सिंह बोरदोलाई ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि मूल रूप से तिवा जनजाति के लगभग 1100 परिवार जो पहले ईसाई धर्म अपना लिए थे, उन्होंने अब सनातन धर्म में लौटने का फैसला किया है.
उन्होंने आगे कहा सभी लोगों ने परिषद का सहयोग किया है. हिंदू धर्म को अपनाया है और हिंदू धर्म के साथ रहने का वादा किया है. ये लोग अब एक बार फिर से अपनी पुरानी पहंचान में लौट रहे हैं. ईसाई धर्म को छोड़कर तिवा संस्कृति और परंपरा में लौट रहे हैं. परिषद के महासचिव ने दावा किया कि जिन तिवा समुदाय के लोगों ने हिंदू धर्म को अपनाने का फैसला किया है, वे जन्म से हिंदू थे.
हालांकि, उनके कुछ पूर्वजों और माता-पिता ने अपनी आर्थिक हालत और शिक्षा की कमी के कारण ईसाई धर्म अपना लिया था. उन्होंने कहा कि हम लोग ऐसे परिवारों का सहयोग करेंगे ताकि वे अपनी आजीविका कमा सकें और उन्हें खेती जैसे ट्रेनिंग प्रोग्राम में भी शामिल कर सकें. राज्य सरकार की ओर से भी बहुत सारी मदद मिल रही है. तिवा काउंसिल की ओर से स्कूल का निर्माण का निर्माण किा गया है ताकि उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Earthquake: असम के नागांव में 4.0 तीव्रता का भूकंप, अफरातफरी मची, जानमाल के नुकसान की खबर नहीं
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