बठिंडा आर्मी बेस: हमलावर अंदर कैसे घुसे, सुरक्षा पर उठे सवाल, राइफल-मैगजीन बरामद

बठिंडा आर्मी बेस: हमलावर अंदर कैसे घुसे, सुरक्षा पर उठे सवाल, राइफल-मैगजीन बरामद

प्रेषित समय :09:21:37 AM / Thu, Apr 13th, 2023

पंजाब. बठिंडा आर्मी बेस फायरिंग की घटना में दो अज्ञात नकाबपोशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच की जा रही है. वहीं सर्च टीम ने मैगजीन के साथ इंसास असॉल्ट राइफल बरामद की है. सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें अब और जानकारी हासिल करने के लिए हथियार का फॉरेंसिक जांच करेंगी. वहीं इससे इतर एक ऑडिट में आर्मी बेस की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं.

दरअसल बुधवार सुबह गोलीबारी की घटना में चार सैनिकों के शहीद हो जाने के बाद पंजाब के बठिंडा में सेना ने अपने बेस का सुरक्षा ऑडिट किया है. सूत्रों ने कहा कि ऑडिट के बाद जनरल मनोज पांडे ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मामले की जानकारी दी.

इस ऑडिट में आर्मी बेस पर सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया. वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी, जो मामले की जांच में शामिल हैं, उनके मुताबिक अगर इस घटना में बाहरी लोग शामिल हैं, तो वह सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर अंदर कैसे प्रवेश किए? उन्होंने बताया कि यहां नियमित रूप से गश्त की जाती है और यहां तक कि रैपिड रिस्पॉन्स टीम (Rapid Response Team) पूरे छावनी में तैनात हैं.

बता दें कि बठिंडा छावनी एक महत्वपूर्ण आर्मी बेस है. यह फ्रंटलाइन स्टेशन है जो पाकिस्तान से ज्यादा दूर नहीं है. इसके आसपास की सुरक्षा बेहद पुख्ता होनी चाहिए. जानकारी के मुताबिक इस गोलीबारी में शहीद चारों जवान सेना की तोपखाना युनिट के थे. जब यह घटना हुई, तब सैनिक सो रहे थे. इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को आशंका है कि एक इंसास असॉल्ट राइफल और गोला-बारूद जो दो दिन पहले गायब हो गया था, उसका घटना में इस्तेमाल किया गया है. सेना ने कहा कि राइफल और मैगजीन बरामद कर ली गई है. उन्हें अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा. एफआईआर के मुताबिक, लांस नायक मुपडी हरीश को इस साल 31 मार्च को एक इंसास असॉल्ट राइफल (हथियार संख्या 77) जारी की गई थी और यह 9 अप्रैल को गायब हो गई थी. इसमें बताया गया है कि जहां शव मिले हैं, वहां से ढेर सारे खाली खोखे भी बरामद किए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक सवाल इस बात पर भी उठे हैं कि यह कैसे तय हो गया कि कारतूस हथियार संख्या 77 के ही थे.

बठिंडा छावनी थाने के अधिकारी गुरदीप सिंह ने कहा कि राइफल गायब होने के दो दिन बाद मंगलवार को उन्हें उसके गायब होने की शिकायत मिली थी. सूत्रों ने कहा कि लापता हथियार की सूचना पुलिस को देने में समय के गैप की भी जांच की जा रही है. जबकि एफआईआर के मुताबिक गोलीबारी की घटना सुबह 4.30 बजे हुई और पुलिस स्टेशन जो छावनी से केवल 2 किमी दूर है, उसको दोपहर 2.56 बजे जानकारी दी गई और घटना के बारे में पुलिस डायरी में 3.03 बजे दर्ज किया गया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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