नई दिल्ली. भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भारतीय कुश्ती संघ (डबलूएफआई) के सभी पदाधिकारियों को अमान्य करार दिया है. आईओए के संयुक्त सचिव कल्याण चौबे ने कुश्ती संघ को आदेश जारी कर उसके सभी पदाधिकारियों के प्रशासनिक, आर्थिक कार्य पर रोक लगा दी.
आईओए ने कुश्ती संघ से सभी दस्तावेज, एकाउंट्स और विदेशी टूर्नामेंटों के लिए भेजी जाने वाली एंट्री का लॉगिन, वेबसाइट संचालन तत्काल उसे सौंपने को कहा है. आईओए ने यह कदम खेल मंत्रालय की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव रद्द कर आईओए की अस्थायी समिति को संघ के चुनाव कराने और उसके संचालन का जिम्मा सौंपे जाने के बाद उठाया है. डबलूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को जंतर-मंतर 21 दिन से धरना दे रहे हैं।।
45 दिन में होंगे चुनाव
कुश्ती संघ के चुनाव 45 दिन में कराने के आदेश खेल मंत्रालय ने ढ्ढह्र्र को दिए हैं. इसके लिए तीन सदस्यीय अस्थायी समिति का गठन 3 मई को किया था. जिसमें वूशु संघ के भूपेंदर सिंह बाजवा, ओलंपियन निशानेबाज सुमा शिरूर और एक सेवानिवृत्त जज को शामिल किया गया है. समिति ने अपने कार्यभार भी संभाल लिया. उसकी अगुआई में अंडर-17 और अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप की टीम के चयन ट्रायल और चयन समिति भी घोषित कर दी.
बृजभूषण का भी कार्यकाल खत्म, अब नए चुनावों में मिलेगा अध्यक्ष
पहलवानों की ओर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह बतौर डबलूएफआई अध्यक्ष 4 साल के तीन कार्यकाल पूरे कर चुके हैं. खेल संहिता के मुताबिक वह अब इस पद पर चुनाव लडऩे के लिए अयोग्य हो चुके हैं.
जनवरी में पहलवानों के पहले धरने के वक्त खेल मंत्रालय की ओर से खिलाडिय़ों की मांग पर बृजभूषण को फेडरेशन की सभी गतिविधियों से दूर रहने के बारे में कहा गया था. साथ ही आईओए की गठित ओवरसाइट कमेटी को ही इसका संचालन सौंपा गया था. कागजी कार्रवाई के हिसाब से बृजभूषण फेडरेशन से 5 माह से अलग ही हैं. इधर, बृजभूषण भी स्पष्ट कर चुके हैं कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने यह नहीं कहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. बस अध्यक्ष पद पर चुनावों से इंकार किया था.
एक और महिला पहलवान के दर्ज हुए बयान
दिल्ली पुलिस ने एक और शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए गए थे. दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज किए. महिला पहलवानों के वकील नरेंदर हुड्डा के अनुसार, अब तक दिल्ली पुलिस सात में से दो शिकायतकर्ताओं के बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज करा चुकी है. इससे पहले नाबालिग शिकायतकर्ता का भी बयान दर्ज किया गया था.
पहलवानों ने बल्क कॉल का लिया सहारा
धरने पर बैठे पहलवानों ने अब देशवासियों से उनसे जुडऩे के लिए बल्क कॉल का सहारा लिया है. बजरंग पूनिया की रिकॉर्डिंग में कॉल आने लगी है. जिसमें कहा गया है कि नमस्कार जी, मैं बजरंग पूनिया बोल रहा हूं. जैसे आप सभी को पता है कि हम जंतर-मंतर पर अपनी देश की बेटियों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. आप भी इस न्याय की लड़ाई में हमसे जुडऩे के लिए 1 दबाए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-SC पहुंचे पहलवान, बृजभूषण शरण सिंह पर FIR की मांग, खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के चुनाव पर लगाई रोक
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