#Congress आदिवासियों को पूरा समय तो केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था, भारत को तरक्की की एक नई राह दिखाई!

#Congress आदिवासियों को पूरा समय तो केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था, भारत को तरक्की की एक नई राह दिखाई!

प्रेषित समय :12:30:20 PM / Sun, May 21st, 2023

प्रदीप द्विवेदी. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर CPP चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi और कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi ने वीर भूमि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, Congress @INCIndia .... देश आज आधुनिक भारत के प्रणेता को याद कर रहा है, जिन्होंने भारत को तरक्की की एक नई राह दिखाई!

पल-पल इंडिया (व्हाट्सएप- 8302755688).... आदिवासियों को पूरा समय तो केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था! (20/8/2021) में कहा था.... कई कारणों से दक्षिणी राजस्थान का आदिवासी क्षेत्र राजनेताओं के लिए महत्वपूर्ण रहा है, इसीलिए यहां पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर वर्तमान पीएम नरेन्द्र मोदी तक कई प्रधानमंत्रियों का आना जरूर हुआ, परन्तु पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को छोड़कर शेष सारे प्रधानमंत्री, यहां आए, कार्यक्रमों में भाग लिया और लौट गए.

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी बांसवाड़ा आए तो उन्होंने इस क्षेत्र को पूरा समय दिया. आदिवासियों की जरूरतों को समझा और माही परियोजना के विस्तार का मूल्यांकन किया. राजीव गांधी ठेठ ग्रामीण इलाके आनंदपुरी भी गए जहां उन्होंने माही परियोजना विस्तार के संपूर्ण माॅडल को देखा-समझा और उस दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता भी स्वीकार की. देश में माही परियोजना ऐसी सिंचाई योजना है जिसमें दो सबसे बड़े साइफन बने हैं और संभवतया यह देश की ऐसी पहली योजना है जिसकी नहर मूल माही नदी को ही क्रास करके दूसरे जिले डूंगरपुर में पानी पहुंचा रही है.

उल्लेखनीय है कि कभी यह क्षेत्र कालापानी कहलाता था, किन्तु बांसवाड़ा के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय भूपेन्द्रनाथ त्रिवेदी की मूल प्रस्तावित योजना, अजाजजा आयोग के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय भीखाभाई की कोशिशों से साठ के दशक में प्रारंभ हुई और इसको विशाल स्वरूप प्रदान करने तथा अधिक-से-अधिक क्षेत्रों तक सिंचाई का लाभ पहुंचाने में पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी का महत्वपूर्ण योगदान रहा. उसी का नतीजा है कि माही की नहरों की बदौलत यह क्षेत्र कालापानी के कलंक से मुक्त हुआ है.

माही परियोजना की नींव मोरारजी देसाई ने साठ के दशक में रखी थी और माही की नहरों से जल प्रवाह का शुभारंभ अस्सी के दशक में पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने किया था.
https://www.youtube.com/watch?v=7aew1A4bntg&t=12s
https://twitter.com/i/status/1660114967029227520
Rahul Gandhi @RahulGandhi पापा, आप मेरे साथ ही हैं, एक प्रेरणा के रूप में, यादों में, सदा!
https://twitter.com/i/status/1660119248318996482
Congress @INCIndia 

जीवन जीया देश की ख़ातिर और किया कुर्बान था!
हिंद हमेशा करे उन्नति, यही तो एक अरमान था!!
देश के प्यारे 'राजीव' को कोटिशः नमन....
https://twitter.com/i/status/1660128206232633345 

जुमले नहीं, हकीकत! जब श्रीमती इंदिरा गांधी ने आदिवासियों के जीवन में खुशियों के रंग भरे....
https://www.palpalindia.com/2022/11/19/Rajasthan-Tribal-Area-modi-Jumle-Indira-Gandhi-Tribals-Life-happiness-Kalapani-Mahi-Project-news-in-hindi.html

काश! मोदीजी ने पटेल को पढ़ा होता, माही परियोजना को देखा होता, विनोबा को समझा होता....
पीएम नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री है, जिन्हें लगता है कि उनसे पहले बने तमाम प्रधानमंत्री अयोग्य थे? मोदीजी ने कथित डिग्री तो हासिल कर ली, लेकिन पन्नालाल पटेल को शायद नहीं पढ़ पाए हैं और न तो माही परियोजना को देखा है, न ही विनोबा भावे के भूदान को समझ पाए हैं? वागड़ के मूल निवासी गुजराती के महान साहित्यकार पन्नालाल पटेल को पढ़ा होता तो शायद समझ पाते कि आजादी के समय देश के क्या हालात थे?
https://www.palpalindia.com/2021/08/15/delhi-PM-Modi-litterateur-Pannalal-Patel-Mahi-Project-Vinoba-understood-news-in-hindi.html 

सुनहरी यादें! जब श्रीमती इंदिरा गांधी ने माही जल-प्रवाह का बटन दबा कर बांसवाड़ा-डूंगरपुर (वागड़) की तस्वीर और तकदीर बदलने की शुरूआत कर दी....
https://www.youtube.com/watch?v=7aew1A4bntg&t=12s 

आदिवासियों को पूरा समय तो केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था!
https://m.dailyhunt.in/news/india/hindi/palpalindia-epaper-dhfcdf96d1dd8d4edc93b48684e25c82c7/aadivasiyo+ko+pura+samay+to+keval+purv+pradhanamantri+rajiv+gandhi+ne+hi+diya+tha-newsid-n208049256

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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