बेंगलुरु। कर्नाटन में सत्ता सम्हालते ही सिद्धारमैया सरकार ने भाजपा सरकार द्वारा राज्य में पेश किए गए धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून को रद्द करने का फैसला किया है। राज्य के कानून व संसदीय मामलों के मंत्री एचके पाटिल ने कहा कि प्रस्ताव को आज राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इसे बदलने के लिए एक विधेयक सितंबर में राज्य विधानसभा में पेश किया गया था।
मंत्री श्री पाटिल ने आगे कहा कि कैबिनेट ने स्कूली इतिहास की किताबों से केबी हेडगेवार के अध्यायों को हटाने का भी फैसला किया है। जो भाजपा के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापकों में से एक हैं। इस अध्याय पिछले वर्ष ही जोड़ा गया था। इसके अलावा भाजपा सरकार द्वारा स्कूली पाठ्यक्रम में किए गए सभी बदलावों को भी उलट दिया गया है। पाटिल ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि मंत्रिमंडल ने स्कूलों व कॉलेजों में भजन के साथ संविधान की प्रस्तावना को पढऩा अनिवार्य करने का भी फैसला किया है। कैबिनेट ने कृषि बाजारों पर एक नया कानून लाने का भी फैसला किया है, जो भाजपा के सत्ता में रहने के दौरान बनाए गए कानून की जगह लेगा।
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