पुणे. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बीते सोमवार को 600 कार के काफिले के साथ महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे तो एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने टिप्पणी करते हुए चिंता जाहिर की. शरद पवार ने मंगलवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के विशाल काफिले के साथ महाराष्ट्र के पंढरपुर शहर पहुंचने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ‘ताकत दिखाने’ का यह प्रयास चिंताजनक है.
बता दें कि बीते सोमवार को के.चंद्रशेखर राव दक्षिणी महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के पंढरपुर में प्रसिद्ध विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर का दौरा किया, उन्होंने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विस्तार के प्रयासों के तहत मंगलवार को लगभग 20 किमी दूर सरकोली गांव में एक रैली भी की. के. चंद्रशेखर सोमवार को 600 कारों के काफिले के साथ राज्य में पहुंचे. यहां पत्रकारों से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि अगर किसी पड़ोसी राज्य का मुख्यमंत्री पूजा करने आता है, तो आपत्ति करने का कोई कारण नहीं है. उन्होंने कहा, ‘लेकिन वाहनों की संख्या के मामले में बड़ी ताकत दिखाने की कोशिश चिंताजनक है.’
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बेहतर होता कि के.चंद्रशेखर राव की यात्रा दोनों राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित होती. राकांपा के टिकट पर 2021 में पंढरपुर विधानसभा उपचुनाव लड़ने वाले भागीरथ भालके के मंगलवार की रैली में बीआरएस में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर, पवार ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति पार्टी छोड़ता है तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘भागीरथ भालके को टिकट देने के बाद हमें एहसास हुआ कि हमारी पसंद गलत थी, लेकिन मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता.’
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