#आज का दिन: गुरुवार, 6 जुलाई 2023, श्रीगणेश की शुभ दृष्टि जीवन की सारी बाधाएं दूर करेगी...

#आज का दिन: गुरुवार, 6 जुलाई 2023, श्रीगणेश की शुभ दृष्टि जीवन की सारी बाधाएं दूर करेगी...

प्रेषित समय :20:42:28 PM / Wed, Jul 5th, 2023

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
॥ श्रीगणेश आरती ॥
सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची.
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची.
सर्वांगी सुन्दर उटि शेंदुराची.
कण्ठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति.
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती॥
रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा.
चन्दनाची उटि कुंकुमकेशरा.
हिरे जड़ित मुकुट शोभतो बरा.
रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति.
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती॥
लम्बोदर पीताम्बर फणिवर बन्धना.
सरळ सोण्ड वक्रतुण्ड त्रिनयना.
दास रामाचा वाट पाहे सदना.
संकटी पावावे निर्वाणीरक्षावे सुरवरवन्दना॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति.
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती॥

* चतुर्थी के अवसर पर श्री गणेश की आराधना जीवन में विजय की पताका फहराती है. इस दिन सच्चे मन से भगवान श्री गणेश की पूजा करें, लडुवन का भोग लगाएं, श्री गणेश कृपा की कामना के साथ दूब अर्पित करें, सामर्थ्य के अनुसार व्रत करें और संभव हो तो दान-पुण्य करें, कथा सुने..जीवन सफल हो जाएगा! 
* श्रीगणेश पूजा में शुद्ध भावना का विशेष महत्व है, इसलिए पवित्र मन से प्रार्थना करें, श्रीगणेश की शुभ दृष्टि जीवन की सारी बाधाएं दूर करेगी...
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय, लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय.
नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय, गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते..

विघ्नों को दूर करनेवाले, वरदान देनेवाले, देवताओं के प्रिय, बड़े उदरवाले, सर्वजगत की रक्षा करनेवाले, हाथी सदृश्य मुखवाले, वेद और यज्ञ के आभुषण, देवी पार्वती के पुत्र, ऐसे हैं गणों के स्वामी श्रीगणेश, आपको नमस्कार हो, नमस्कार हो!
* जब हम कोई कार्य करते हैं तो उसका उद्देश्य होता है- विजय. जीवन में व्यक्ति हर समय विजय प्राप्त करने के लिए प्रयास करता है लेकिन विघ्न, विजय की राह में बाधा बनते हैं... श्रीगणेश की आराधना समस्त विघ्नों को समाप्त करती है और इसका सबसे अच्छा अवसर होता है हर माह की चतुर्थी! 
* हर माह में शुक्ल पक्ष की, अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है, जबकि पूर्णिमा के बाद आने वाली यानी कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं. 
* चतुर्थी का पूजा-पर्व भगवान श्रीगणेश को समर्पित है. चतुर्थी का व्रत हर महीने होता है, लेकिन सबसे मुख्य चतुर्थी का व्रत भाद्रपद के महीने में होता है. संपूर्ण विश्व में इसे गणेश चतुर्थी यानी भगवान गणेशजी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है!
मुंबई पंचांग- 6 जुलाई 2023
* तिथि तृतीया- 06:32:11 तक, चतुर्थी- 27:14:33 तक, नक्षत्र धनिष्ठा- 24:25:58 तक, करणविष्टि- 06:32:11 तक, बव- 16:51:03 तक, पक्ष कृष्ण, योग प्रीति- 24:00:00 तक, वार गुरुवार
* सूर्योदय 06:05:50, सूर्यास्त 19:20:14
* चन्द्र राशि मकर- 13:39:12 तक, चन्द्रोदय 22:17:00, चन्द्रास्त 08:56:00
* शक सम्वत 1945, विक्रम सम्वत 2080
* मास पूर्णिमांत श्रावण, मास अमांत आषाढ
* राहुकाल 14:22:20 से 16:01:38 तक
* शुभ मुहूर्त अभिजीत12:16:33 से 13:09:31 तक
* दिशाशूल दक्षिण
* ताराबल- भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
* चन्द्रबल- मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन
गुरुवार का चौघडिय़ा-
दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ                           पहला- अमृत
दूसरा- रोग                             दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग                         तीसरा- रोग
चौथा- चर                             चौथा- काल
पांचवां- लाभ                        पांचवां- लाभ
छठा- अमृत                          छठा- उद्वेग
सातवां- काल                        सातवां- शुभ
आठवां- शुभ                        आठवां- अमृत
चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- आज का राशिफल -
मेष राशि:     भवन-भूमि के मामलों में शत्रु सक्रिय रहेंगे. जीवनसाथी की चिंता रहेगी. यात्रा में सावधानी रखें अन्यथा नुकसान संभव है. कारोबार में बाधा दूर होकर धन प्राप्ति सुगम होगी. भाइयों से विवाद न करें.
वृष राशि:     निजी जीवन में भागदौड़ अधिक होगी. संतान कि चिंता तथा तनाव सताएंगे. व्यवसायिक शत्रु परास्त होंगे. संपत्ति के बड़े सौदे अभी टालें. अचानक धनार्जन होगा.
मिथुन राशि:     दिन की शुरुआत भक्ति भाव से प्रारम्भ होगी. घर-परिवार में किसी आयोजन की रूपरेखा बनेगी. विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा. किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे.
कर्क राशि:     किसी अपने की गलती से प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच सकती है. शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी. कई कार्य प्रभावित होंगे. आपसी विवाद आदि से क्लेश संभव है. दूसरों के झंझटों में न पड़ें.
सिंह राशि:     पारिवारिक मांगलिक कार्यक्रम की तैयारी में लगे रहेंगे. बीती बातों को भूलकर नई शुरुआत करें. मकान बदलने के योग बन रहे हैं. आर्थिक मामले यथावत रहेंगे. व्यवसाय में मंदी रहेगी.
कन्या राशि:       कारोबार में नई तकनिकी का प्रयोग सफल और लाभकारी रहेगा. जरूरी कार्य समय पर पूरे होंगे. नए वस्त्र-भूषण की प्राप्ति आज हो सकती है. खान पान पर ध्यान दें.
तुला राशि:      अपनी निजी जिंदगी में दूसरों को दाखिल न करें. मुसीबत आ जाएगी. पारिवारिक मतभेदों के कारण आज विवाद संभव है. परिवार में आपकी अहमियत कम होगी और आपकी भावनाओं को नजरअंदाज किया जाएगा.
वृश्चिक राशि:     भूमि-भवन के क्रय विक्रय की रूप रेखा बनेगी. माता का स्वास्थ खराब हो सकता है. जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत होगा जो आनंदमय रहेगा. नए संपर्कों का आज लाभ मिल सकता है. निवेश का सही समय है.
धनु राशि:     अपनों को दूर होता देख मन उदास रहेगा. किसी भी कार्य को समझ कर करें. वो आपकी जिम्मेदारी नहीं बल्कि जीविका है. भाई बहनों से विवाद हो सकता है. मित्रों का साथ मिलेगा. धार्मिक यात्रा के योग बन रहे हैं.
मकर राशि:      आपसी संबंधों के कारण समझौता करना होगा. कानूनी मामलों में उलझ सकते हैं. निराशा की समाप्ति होगी, पर अभी समय है. आर्थिक मामले सुलझेंगे. कारोबार में नई तकनिकी का लाभ मिलेगा.
कुम्भ राशि:     अपने काम को नजरअंदाज न करें. किसी की निंदा करने से बचें. कारोबार में विवेक का प्रयोग लाभ का प्रतिशत बढ़ाएगा. धार्मिक आस्था में वृद्धि होगी.
मीन राशि:     कोई आपके निजी जीवन में विघ्न उत्पन करने की कोशिश कर रहा है, सतर्क रहें. अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे. शारीरिक कष्ट संभव है. अपने कार्य को पूरा करने के लिए दूसरों से अपेक्षा न करें.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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