कोलकाता. पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव को लेकर बंगाल में हिंसा जारी है. शनिवार की सुबह सात बजे राज्य के पंचायत की लगभग 74 सीटों के लिए मतदान शुरू हुआ है, लेकिन इसके साथ ही राज्य के विभिन्न इलाकों से हिंसा की खबर आ रही है. पंचायत चुनावों को शांति से कराने के लिए लगभग 65,000 केंद्रीय पुलिस कर्मियों और 70,000 राज्य पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. इसके बावजूद हिंसा थम नहीं रही है. पंचायत चुनाव से पहले मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज इलाके में टीएमसी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. पुलिस मौके पर मौजूद है. हिंसा को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक निर्देश जारी किया. जिसमें कहा गया कि 11 जुलाई को पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद भी 10 दिनों तक केंद्रीय बल पूरे पश्चिम बंगाल में तैनात रहेंगे. बड़े पैमाने पर जिन इलाकों में हिंसा हुई है, उनमें भांगर, मुर्शिदाबाद, कूचबिहार, बसंती, नंदीग्राम और बीरभूम शामिल हैं.
मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में कांग्रेस और तृणमूल के बीच झड़प में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता बाबर अली की मौत हो गई. कुल तीन लोगों की हत्या हो चुकी है. इलाके में भारी तनाव है. गोली लगने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती है. कूचबिहार में मतदान केंद्र में तोड़फोड़ की गई है और मतपत्र लूट लिए गये हैं और आग लगा दी गई है.
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान मतदान शुरू होने के साथ ही हिंसा का दौर जारी हो गया है. सुबह से खबर लिखे जाने तक अब तक कुल 5 लोगों की हत्या कर दी गई है, जबकि चुनावी हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है. हुगली में टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने एक निर्दलीय उम्मीदवार को गोली मार दी है.
मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल के जवान तैनात किये गये हैं, लेकिन हिंसा जारी है. कूचबिहार के सिताई विधानसभा के ब्लॉक नंबर 1 के 6/130 बाराविट सरकारी प्राइमरी स्कूल में तृणमूल पर तोड़फोड़ लगा है. बूथ में आग लगाने की शिकायत है. आरोप है कि मतदान केंद्र पर तोड़फोड़ की गई. मतपत्र फाड़कर आग लगा दी गई. रशीदाबाद के रानीनगर में सीपीएम और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की घटना घटी है. माकपा और टीएमसी समर्थकों की झड़प में कम से कम 24 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-