शिमला. हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से अब खतरा बढ़ गया है. ब्यास नदी का बहाव काफी तेज है. रविवार ओट और बंजार का संपर्क टूट गया. इसके अलावा अचानक आई बाढ़ के कारण मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग टेलिंग नाला, पागल नाला, बिलिंग नाला पर अवरुद्ध हो चुका है, जबकि भूस्खलन के कारण दारचा से बारालाचा टॉप और शिंकुला टॉप बंद है. पर्यटकों ऐसे जगहों पर ना जाने की सलाह दी गई है.
वहीं रविवार को ब्यास के तेज बहाव में टूटे पुल से इलाके में लोगों के आवागमन की समस्या गई है. हिमाचल प्रदेश में व्यास नदी पर जो पुल बहा वो करीब 40 साल पुराना था. दरअसल, देश के राज्यों में तेज बारिश हो रही. जिसके नदियां उफान पर हैं. ऐसे में हिमाचल के मंडी में बंजार औट बाईपास को औट से जोडऩे वाला 40 साल पुराना पुल व्यास नदी के उफान में बह गया.
ये पुल मंडी में बंजार और बाईपास को औट से जोड़ता था. बता दें कि ब्यास नदी की जलस्तर तेजी से बढ़ा है. ऐसे में नदी के आसपास के इलाके जलमग्न हो गए हैं. मंडी इलाके में खतरा बढ़ गया है. पंचवक्त्र मंदिर पानी में डूब चुका है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-हिमाचल: हमीरपुर, शिमला और सोलन में बादल फटने से 6 लोगों की मौत, 12 गाड़ियां बहीं