नई दिल्ली. पोर्ट ब्लेयर स्थित वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नए टर्मिनल का उद्घाटन किया. पीएम मोदी इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे. इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया. उन्होंने बेंगलुरु में हो रहे विपक्ष की बैठक पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश में कुछ दल जातिवाद का जहर बेचते हैं, आज ये लोग बेंगलुरु में जुटे हुए हैं.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष की बैठक पर निशाना साधते हुआ कहा कि परिवारवाद के कट्टर समर्थक एकत्रित हो रहे हैं. यह कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन हो रहा है. ये लोग परिवार के लिए भ्रष्टाचार बढ़ा रहे हैं. कुछ लोगों ने अपनी दुकान खोली, चुनाव के लिए दुकान खोली है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे से पहले की सरकार के 9 साल में अंडमान निकोबार को करीब 23,000 करोड़ रुपये का बजट अलॉट किया गया था. जबकि हमारी सरकार के दौरान अंडमान निकोबार के विकास के लिए 9 वर्षों में करीब 48 हजार करोड़ रुपये का बजट दिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘पिछली सरकार में अंडमान निकोबार में करीब 28 हजार घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया था. हमारी सरकार में यहां के करीब 50 हजार घरों में पानी का कनेक्शन पहुंचाया गया है. लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ बड़े शहरों और कुछ क्षेत्रों तक सीमित रहा. कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण विकास का लाभ देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं.’
पीएम मोदी ने कहा कि इन सबने कई चेहरे लगा रखे हैं. मुझे एक गीत याद आ रहा है- एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग… अब देखिए इन्होंने कितने चेहरे लगा रखे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग खुद को कैमरे के सामने एक दिखाते हैं. लेकिन लोग जानते हैं कि पूरे फ्रेम में भ्रष्टाचारी हैं. इनके यहां जमानत पर बाहर रह रहे लोगों को सम्मान से देखा जाता है. जिसका पूरा परिवार ही जमानत पर है तो उसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है.
लाल किले से बहुत पहले अंडमान में तिरंगा फहराया गया था लेकिन गुलामी की निशानियां अब तक मौजूद थीं, हमने द्वीपों का नाम बदलकर गुलामी की उन निशानियों को मिटाया. पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “लोकतंत्र में, यह लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए है. लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए, यह परिवार का है, परिवार द्वारा और परिवार के लिए है. परिवार पहले, राष्ट्र कुछ भी नहीं. यह उनका है आदर्श वाक्य. नफरत, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति है. देश वंशवादी राजनीति की आग का शिकार है. उनके लिए, केवल उनके परिवार का विकास मायने रखता है, देश के गरीबों का नहीं.”
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-