गुजरात-महाराष्ट्र में बाढ़: दिल्ली में फिर यमुना खतरे के निशान से पार, भारी बारिश का अलर्ट जारी

गुजरात-महाराष्ट्र में बाढ़: दिल्ली में फिर यमुना खतरे के निशान से पार, भारी बारिश का अलर्ट जारी

प्रेषित समय :09:20:18 AM / Sun, Jul 23rd, 2023

नई दिल्ली.  बारिश ने आफत का रूप ले लिया. कई राज्यों में बाढ़ आ गई और जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया. अभी भी उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है. आफत के बादलों का रुख अब गुजरात और महाराष्ट्र की तरफ हो गया है, जहां कई इलाकों में 250 मिमी से ज्यादा बारिश एक ही दिन में दर्ज की गई है. कई इलाकों में आज यानी रविवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. देश की राजधानी दिल्ली में भी यमुना का पानी एक बार फिर से डराने लगा है.

दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है. रविवार की सुबह जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 205.75 मीटर दर्ज किया गया. इससे अभी भी दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. यमुना के जलस्तर के बढ़ने की पहले ही आशंका जताई जा चुकी थी. दरअसल शनिवार को हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली की तरफ यमुना नदी में 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था, इससे यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका पहले ही जता दी गई थी. अगर यमुना का जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंच जाता है तो यमुना खादर के कई इलाकों में पानी घुस सकता है और बाढ़ आ सकती है.

उत्तर भारत में तबाही का मंजर दिखाने के बाद आसमानी आफत ने गुजरात का रुख कर लिया. दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई. सूबे के नवसारी और जूनागढ़ शहर बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. शनिवार सुबह से जूनागढ़ में बारिश शुरू हुई और ये लगातार होती रही. शाम चार बजे तक जूनागढ़ में 219 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.

वहीं दक्षिण गुजरात के नवसारी में भी बारिश ने काफी उत्पात मचाया. नवसारी में शनिवार शाम 4 बजे तक 303 मिमी और जलालपोर में 276 मिमी बारिश दर्ज की गई. नवसारी में आई बाढ़ के चलते मुंबई-अहमदाबाद नेशनल हाई वे पर भी शनिवार को जाम लग गया था. गुजरात के द्वारका, भावनगर, भरूच, सूरत, तापी, वलसाड और अमरेली वो जिले हैं, जो शनिवार को भारी बारिश से प्रभावित हुए. मौसम विभाग का कहना है कि अभी ये आफत टली नहीं है. साथ ही उन्होंने दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के जिलों को रविवार के दिन भी बारिश के लिए तैयार रहने का अलर्ट दिया है.

मौसम विभाग ने 26 जुलाई तक गुजरात के मछुवारों को भी समुद्र की तरफ न जाने की चेतावनी जारी की है. कई इलाकों में राहत और बचाव अभियान के लिए NDRF की टीम को उतारा गया है. गुजरात में हो रही भारी बारिश को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सूबे के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात कर स्थिति का जायजा लिया. अमित शाह लगातार गुजरात के अधिकारियों से संपर्क में बने हुए हैं.

महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से कई इलाकों में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. भिवंडी में हुई मूसलाधार बारिश के चलते इलाके में बाढ़ आ गई और कई गाड़ियां-मकान इसमें डूब गए. यवतमाल जिले के आनंद नगर गांव में कई लोग बाढ़ में फंस गए थे, जिन्हें भारतीय वायु सेना की मदद से बाहर निकाला गया. यवतमाल में शनिवार को ही 240 मिमी बारिश हुई थी, जिसके चलते कई इलाकों में बाढ़ आ गई. रविवार को भी सूबे के कई इलाकों में भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग ने पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं राजधानी मुंबई को भी येलो अलर्ट जारी किया गया है.

हिमाचल प्रदेश में भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस और मानसून के बादल जब से मिलकर बरसे हैं, तब से हालात सामान्य नहीं हो सके हैं. हिमाचल में लगातार बादल फटने की घटनाओं के चलते कई इलाकों में बाढ़ आ रही है. वहीं मध्य प्रदेश के भी कई जिलों में तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है. रविवार को भी सूबे के कई इलाकों को भारी बारिश के लिए अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-