जालना। महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण को लेकर अनशन पर बैठी भीड़ शुक्रवार को अचानक उग्र हो गई. गुस्साए लोगों ने यहां आगजनी की. कई बसें जला दीं. पिछले कई दिनों से लोग यहां अनशन पर बैठे थे. पुलिस ने लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज के दौरान बड़ी संख्या में लोगों को चोटें आई. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं, जिन्हें लोगों ने आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया. बताया जाता है कि उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें 42 पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उग्र भीड़ ने शहर भर में तांडव मचाया. तोड़फोड़ की, आगजनी की.
बस डिपो पर भारी संख्या में भीड़ जुटी और यहां खड़ी बसों में आग लगा दी. हाईवे को भी भीड़ ने घेर लिया और आगजनी की. लाठीचार्ज के बाद भीड़ बेकाबू हो गई और हालात बिगड़ गए. हालात को काबू करने लिए अतिरिक्त पुलिस की तैनाती की गई लेकिन भीड़ पर नियंत्रण मुश्किल हो गया. लाठीचार्ज के बाद देर शाम लोगों ने सड़क जाम किया और इस दौरान बसों में आग लगाई. कई बसें जलकर खाक हो गईं. खबर है कि गुस्साए लोगों ने कुछ दोपहिया वाहन समेत 20 गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की और 6 बसें जला दी.
हिंसा के बाद पुलिस चौकस है. अनशन को बीच में रोके जाने के बाद लोग अब भी गुस्से में हैं, जिसे देखते हुए प्रदर्शन की आशंका जताई गई है. पुलिस भी अलर्ट पर है. जालना में पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर बैठे मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल को पुलिस समझा बुझाकर अपने साथ ले जाने की कोशिश की लेकिन आरक्षण को लेकर बैठे मनोज अपनी मांग पूरी होने तक हटना स्वीकार नहीं किया. उन्होंने आरक्षण के लिए सरकार से अध्यादेश जारी करने की मांग की. इसपर पुलिस ने जैसे मनोज को हिरासत में लिया. लोगों ने विरोध शुरू कर दिया और रोकने की कोशिश की. फिर धक्का मुक्की शुरू हो गई. पुलिस ने लोगों को हटाने की कोशिश की.
पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद लाठीचार्ज किया गया. भगदड़ मच गई. पुलिस के मुताबिक 42 पुलिसकर्मियों के घायल होने की बात कही गई है. हालांकि इस भगदड़ और लाठीचार्ज के बीच कितने आम लोग घायल हुए हैं. इसकी जानकारी पुलिस ने नहीं दी है. बहरहाल आज भी प्रदर्शन होने की आशंका को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. जालना की घटना पर डिप्टी सीएम ने अफसोस जताया है. उन्होंने कहा कि सरकार मराठा आरक्षण को लेकर कटिबद्ध है लेकिन इसपर राजनीति बंद होनी चाहिए. डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि सरकार मराठा आरक्षण पर गंभीर है. सीएम शिंद ने खुद समिति का गठन किया है. इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-